नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) आगामी 9 और 10 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित नवनिर्मित भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में हो जा रहा है। G20 समिट (G-20 Summit) में पूरी दुनिया भारत की सदियों पुरानी कला और संस्कृति (Art and Culture) देखेगी। भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में स्थापित की गई 18 टन वजन की भगवान नटराज की मूर्ति (Idol of Lord Nataraja) सबका ध्यान जरूर आकृष्ट करेगी। इस दौरान विदेशी प्रतिनिधि राजघाट और राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी (NGMA) का दौरा करेंगे।
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G20 समिट में दुनिया देखेगी भारत की सदियों पुरानी कला और संस्कृति
भारत मंडपम में स्थापित की गई 18 टन वजन की भगवान नटराज की मूर्ति pic.twitter.com/ndC3554k4R
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) September 6, 2023
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खास मेहमानों को सोने-चांदी के बर्तनों (Gold and Silver Utensils) में खाना परोसा जाएगा, जिसमें भारत की संस्कृति और विरासत (Culture and Heritage of India) की झलक देखने को मिलेगी। कंपनी के मालिक राजीव ने बताया कि वह 3 पीढ़ियों से बर्तन बनाने का काम कर रहे हैं। उनके बर्तनों में पूरे भारत की झलक नजर आती है। उनकी कोशिश रहेगी कि विदेशी मेहमानों को भारत की झलक एक टेबल पर नजर आए। उनके बर्तनों में जयपुर, उदयपुर, बनारस से लेकर कर्नाटक तक की नक्काशी की गई है। बर्तनों को बनाने में कई दिन लगे और मेक इन इंडिया (Make in India) की थीम पर बनाए गए हैं। कंपनी के मुताबिक वो जी20 के लिए 11 होटल में अपनी क्रॉकरी भेज रहे हैं जिसमें सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है, जिसमें आईटीसी ताज (ITC Taj) शामिल है।
बर्तनों को बनाने के बाद उन्हें आरएंडडी लैब (R&D Lab) में टेस्ट किया जाता है। इसके बाद जिस होटल की जैसी मांग होती है उसी के हिसाब से डिजाइन कर दिया जाता है। जैसे महाराजा थाली (Maharaja Thali) के हिसाब से 5-6 कटोरी, कांटा, चम्मच के अलावा पेपर और नमक के लिए अलग से चांदी का डिब्बा होगा। ये आईटीसी मौर्य होटल (ITC Maurya Hotel) में इस्तेमाल किया जाता है।
इन बर्तनों में भारत नजर आता है, ये क्रॉकरी सेट (Crockery Set) भारतीय संस्कृति और उसकी विरासत (Culture and Heritage of India) को दर्शाते हैं। इन क्रॉकरी सेट में देश के राष्ट्रीय पक्षी मोर (National Bird Peacock) का इस्तेमाल किया गया है और ये मेहमानों को काफी पसंद आता है। जी 20 के लिए महराजा थाली (Maharaja Thali) के डिजाइन है साथ ही दक्षिण भारत से भी कुछ डिजाइन लिए गए है।
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इन बर्तनों में भारत की विरासत (Heritage of India) को दिखाया गया है। बता दें, अलग अलग होटल के शेफ ने अपने मेन्यू तैयार किए हैं उसी हिसाब से बर्तन डिजाइन कराए गए हैं। जैसा मेन्यू होगा वैसा ही बर्तन में खाना परोसा जाएगा। बर्तनों के डिजाइन को बनाने में काफी समय लगा है, क्योंकि ये काफी यूनिक हैं और इसके कारीगर मिलना भी मुश्किल होते हैं। इन बर्तनों के जरिए भारत की विरासत (Heritage of India) को दिखाया जा रहा है जो विलुप्त हो रही है।