Gomed Ratna : जीवन में सुख और प्रसन्नता की चाह सभी को होती है। खुशहाल जीवन प्राप्त करने के लिए लोग जीतोड़ मेहनत करते है। इन सब प्रयासों के बावजूद भी जब सब कुछ ठीक नहीं हो पाता तो व्यक्ति को निराशा घेर लेती है। आशा का संचार करने के लिए कुछ उपायों की आवश्यकता होने लगती है। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के दुष्ट ग्रहों के प्रभाव को नष्ट करने के लिए रत्नों के उपाय बताए गए है। इन उपायों को करने के लिए किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह बहुत आवश्यक होता है। कुंडली में राहु राहु को प्रसन्न रखने लिए गोमेद रत्न को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। इसी प्रकार उग्र राहु को शान्त करने के लिए अनेक उपाय बताएं। मान्यता है कि रत्न धारण कर लेने से ग्रहों का दुष्प्रभाव जातक पर नहीं पड़ता है। कुंडली में पाप ग्रह राहु ग्रह बनते काम भी बिगाड़ देता है।
पढ़ें :- Durva Ghas Ki Pattiyan : गणेश जी को प्रिय हैं ये पत्ते , अर्पित करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है
यदि किसी व्यक्ति पर राहु की ग्रह दशा चल रही है तो इस रत्न को धारण करने से उसे मुक्ति मिल सकती है। राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें। आइये जानते है गोमेद रत्न की खासियत के बारे में।
गोमेद को लकड़ी के बुरादे से साफ करेंगे तो यह चमकने लगेगा। गोमेद धारण करने के लिए शनिवार के दिन स्वाति, आर्द्रा और शतभिषा नक्षत्र उत्तम रहता है। इसे आप अष्टधातु या चांदी की अंगूठी में पहन सकते है। इसको पहनने से मन में पॉजिटिव विचार आएंगे। दिमाग शांत रहेगा और एकाग्रता बढ़ेगी।