कई महिलाओं थ्रेडिंग बनाने के बाद दाने निकल आते है। वहीं कुछ लोगो की स्किन सेंसिटिव होती है जिसकी वजह से स्किन लाल हो जाती है साथ ही जलन और दर्द होने लगता है। थ्रेडिंग कराने से पहले हमेशा नए और साफ थ्रेड का इस्तेमाल करने के लिए कहें ताकि स्किन में इंफेक्शन होने का खतरा न रहे।
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थ्रेडिंग की वजह से आपकी स्किन इरिटेट हो जाती है। इसे थोड़ा रिलेक्स करने के लिए या कहें कि सूदिंग इफेक्ट्स देने के लिए आप बर्फ से हल्के-हल्के सिकाई कर सकते हैं। इसके अलावा आइब्रो के आस-पास पैट्रोलियम जैली या वैसलीन भी लगा सकती हैं इससे स्किन की नमी बनी रहती है, लेकिन इन सभी उपायों को करते समय हाइजीन का खास ख्याल रखें। बर्फ की सिकाई से दाने को कम किया जा सकता है।
थ्रेडिंग कराने के बाद अगर जलन और दर्द की दिक्कत होती है तो थ्रेडिंग के बाद टी-ट्री ऑयल या एलोवेरा जेल लगाने से आराम मिलेगा। टी-ट्री ऑयल या एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से यह जलन से आराम दिलाने में हेल्प करता है।
आइब्रो बनवाने के बाद त्वचा को ठंडक पहुंचाने के लिए खीरे के टुकड़े से मसाज करना फायदेमंद हो सकता है। खीरे के रस को भी आप आइब्रो के आसपास लगा सकते हैं। इससे स्किन को ठंडक मिलती है और दाने और जलन की दिक्कत कम होती है।