Japan ‘Resignation Experts’: नौकरियों के लिए विभिन्न देशों में अलग अलग नियम है। कई देश ऐसे हैं, जहां नौकरी के लिए समय सीमा निर्धारित है। कर्मचारियों की छुट्टियों के लिए भी नियम बने हुए है। जापान अपने वर्क कल्चर के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। अगर कंपनी किसी कर्मचारी से 8 या 9 घंटे से ज्यादा काम कराती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। कर्मचारियों को पर्याप्त छुट्टियां भी मिलती हैं, लेकिन जापान में ऐसा वर्क कल्चर नहीं है। वहां ज्यादा काम करने वाले लोगों को इज्जत की नजर से देखा जाता है। न तो कर्मचारियों को छुट्टी मिलती है और न ही इस्तीफा देकर नौकरी छोड़ने दिया जाता है। जापान में काम के दबाव से हर साल 54 लोगों की मौत हो जाती है। जापान में लोगों को 12 घंटे ऑफिस में काम करना पड़ता है। कर्मचारियों पर काम का दबाव बहुत अधिक होता है।
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अब जापान में इस्तीफा में मदद करने वाली कई कंपनियां खुल गई हैं। जापान में कर्मचारी नौकरी छोड़ने में मदद के लिए रेज़िग्नेशन एक्सपर्ट्स’ हायर कर रहे हैं। एजेंसियां इस्तीफा देने, कंपनियों से बातचीत और कानूनी विवाद होने पर वकील की सिफारिश करने में मदद करने के लिए कर्मचारियों से शुल्क लेती हैं। एक एजेंसी के ऑपरेशन मैनेजर ने कहा, “कुछ लोगों का इस्तीफा कई बार फाड़ा गया… इस्तीफा नहीं देने दिया गया था।”
जापान में मोमुरी नामक एक इस्तीफा एजेंसी कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने में मदद करती है। कोरोना काल में जापान में यह कंपनी अस्तित्व में आई थी और महामारी के बाद इसकी डिमांड बढ़ गई। सालों तक घर से काम करने के बाद अब कर्मचारी आगे बढ़ने के लिए अपनी कंपनी छोड़ना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने भी ऐसी कंपनियों से संपर्क किया और फिर उन्हें अपनी पुरानी कंपनी से मुक्ति मिली। अब जापान में इस्तीफा में मदद करने वाली कई कंपनियां खुल गई हैं।