Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Kanpur Dehat Burnt Case : झोपड़ी में जिंदा जल रही मां-बेटी मांगती रही जान की भीख, हैवान अफसर बोले- सबको जला दो

Kanpur Dehat Burnt Case : झोपड़ी में जिंदा जल रही मां-बेटी मांगती रही जान की भीख, हैवान अफसर बोले- सबको जला दो

By संतोष सिंह 
Updated Date

Kanpur Dehat Mother Daughter Burnt Case: यूपी के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) जिले  में घटी हैवानियत की घटना ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति एकबार फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। बीते सोमवार 13 फरवरी को कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र स्थित मड़ौली गांव में पुलिस-प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की। इस दौरान एक महिला और उसके बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी।

पढ़ें :- UP Transfers : योगी सरकार ने 2 ASP, 2 DSP और 3 पीसीएस अफसरों का किया तबादला

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए लेखपाल को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा रूरा थाने में आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर (FIR) भी दर्ज कराई गई है। पीड़ित परिवार ने कानपुर कमिश्नर से मुलाकात कर कई मांगों वाला एक मांग पत्र सौंपा है।

जानें क्या है पूरा मामला?

कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र (Rura Police Station Area) स्थित मड़ौली गांव में रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित (Krishna Gopal Dixit) पर ग्राम समाज की जमीन अतिक्रमण करने का आरोप है। जनवरी में राजस्व विभाग की टीम ने सरकारी जमीन पर कब्जा करने का मामला दर्ज कराया था। कल यानी सोमवार को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में राजस्व विभाग, पुलिस और प्रशासन की टीम वहां अतिक्रमण हटाने पहुंची। टीम ने जमीन पर बनी दीक्षित की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इस कार्रवाई को लेकर परिवार और प्रशासन के बीच नोंकझोंक भी हुई।

मां और बेटी झोपड़ी में जिंदा जली

पढ़ें :- कासगंज की अधिवक्ता मोहिनी तोमर के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी हो, ASP कानपुर देहात को सौंपा ज्ञापन

इस दौरान ही झोपड़ी में आग लग गई। कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दौड़कर झोपड़ी के अंदर जाती है और दरवाजा बंद कर लेती है। अंदर उनकी 23 वर्षीय बेटी नेहा भी मौजूद रहती है। दोनों अंदर ही जिंदा जलकर मर जाते हैं। इस घटना से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन की टीम को खदेड़ दिया। लेखपाल की गाड़ी पलटा दी। भारी बवाल के बाद मुख्यालय से पीएसी (PAC)की टुकड़ी घटनास्थल पर भेजी गई। वरीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे, तब जाकर हालात नियंत्रण में आया।

23 लोगों के ख़िलाफ FIR एफआईआर दर्ज

पीड़ित परिवार की शिकायत पर इस घटना को लेकर अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिन अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उनमें एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद (SDM Gyaneshwar Prasad), एसएचओ दिनेश कुमार गौतम (SHO Dinesh Kumar Gautam), लेखपाल अशोक सिंह (Lekhpal Ashok Singh)और जेसीबी चालक अशोक सिंह (JCB driver Ashok Singh)शामिल हैं। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के नाम पर भी मामला दर्ज किया गया है। , , ,

विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार

इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अपनी बुलडोजर नीति को लेकर एकबार फिर विपक्ष के निशाने पर हैं। घटना से जुड़ा एक दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के जरिए कांग्रेस और सपा सरकार पर हमला बोल रही है। यूपी कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, योगी की बुलडोजर नीति ने 2 जान ले ली। यूपी के कानपुर में ब्राह्मण परिवार के घर पर योगी सरकार का बुलडोजर चल गया। घर गिराने से क्षुब्ध मां-बेटी ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। कितना वीभत्स है ये सब।

पढ़ें :- पुलिस ने महिलाओं से की मारपीट ,बार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह ने ज्ञापन दे की सख्त कार्यवाही की मांग

वहीं, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने ट्वीट कर कानपुर के कमिश्नर को निशाने पर लिया है।

पढ़ें :- महिला आईएएस ऑफिसर का मोबाइल हैक करके हैकरों ने दोस्तों, रिश्तेदारों से मांगे पैसे
Advertisement