Shashi Tharoor News: केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पिछले कुछ समय से मोदी सरकार की जमकर तारीफ करते नजर आए हैं। उनके पार्टी लाइन के खिलाफ दिए गए बयानों के चलते कांग्रेस के कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। इसी बीच सरकार की ओर से शशि थरूर को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने की खबर है। जिससे थरूर और कांग्रेस के बीच दूरियां बढ़ सकती है।
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दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर पार्टी में अनदेखी से नाराज बताए जा रहे हैं और कई मौकों पर मोदी सरकार की नीतियों का खुलकर समर्थन करते रहे हैं। साथ ही थरूर ने अपनी पार्टी को चेतावनी देते हुए यहां तक कह दिया था कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि उनके पास विकल्प मौजूद नहीं हैं। जिसके बाद से थरूर के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लग रही हैं। वहीं, विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी के बयान ने इन अटकलों हवा देने का काम किया था।
विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी मंच पर मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, मैं सीएम को बताना चाहता हूं कि आप INDI गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज का कार्यक्रम कई लोगों की नींद में खलल डालने वाला है। जहां मैसेज जाना था चला गया है। वहीं, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद सूत्रों ने बताया था कि पार्टी मान रही है कि भारत और पाकिस्तान के मुद्दे पर अपने बयानों से शशि थरूर ने लक्ष्मण रेखा लांघ दी है।
दूसरी तरफ, नई खबर आयी है कि मोदी सरकार आतंकवाद पर पाकिस्तान की सच्चाई से दुनियाभर को रूबरू करवाने की योजना बनाई है। इसके लिए वह थरूर को अहम भूमिका देने की तैयारी में है। एक मीडिया हाउस की खबर के अनुसार, केंद्र सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से बात कर पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया भर में भेजे जाने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के लिए नाम मांगे है। विदेश जाने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के लिए शशि थरूर को रखे जाने के पक्ष में केंद्र सरकार है।
रिपोर्ट के अनुसार, सरकार की तरफ से थरूर को भेजे जाने की पेशकश की गई, जिसके बाद कांग्रेस ने कहा है कि सदस्यों का चयन उसका कांग्रेस अंतरिम मामला है और पार्टी का नेतृत्व तय करेगा। हालांकि, थरूर की अंतरराष्ट्रीय मामलों की समझ और UN कार्यकाल को देखते हुए कांग्रेस के लिए उन्हें न भेजने का फैसला काफी मुश्किल होगा। विदेश जाने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में थरूर का नाम कांग्रेस सांसदों की सूची में शामिल किया जाए की नहीं, इसपर जल्द फैसला होगा।