JDU’s stance on Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन बिल का संसद में समर्थन करने के बाद बिहार में सत्ताधारी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में उथल-पुथल मचा हुआ है। बिल को लेकर जेडीयू शीर्ष नेतृत्व के रुख से नाराज अब तक पांच मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। नाराज नेताओं ने इस बिल का खुलकर विरोध किया है।
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वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने पर सबसे पहले राजू नैयर ने जेडीयू से किनारा किया। इसके बाद तबरेज सिद्दीकी अलीग, मोहम्मद शाहनवाज मलिक और मोहम्मद कासिम अंसारी ने भी जेडीयू से इस्तीफा दे दिया। आखिर में नदीम अख्तर ने भी पार्टी छोड़ दी है। शुरुआत में जेडीयू ने इस्तीफा देने वाले नेताओं को पहचानने से ही इंकार कर दिया था, लेकिन अब विरोध बढ़ता जा रहा है।
राजू नैयर ने अपने इस्तीफे में लिखा, ‘वक्फ संशोधन विधेयक के पास होने और लोकसभा में समर्थन के बाद मैं जेडीयू से इस्तीफा देता हूं।’ उन्होंने यह भी कहा कि वे पार्टी के फैसले से बहुत दुखी हैं। मैं इस काले कानून के पक्ष में जेडीयू के मतदान से बहुत आहत हूं, जो मुसलमानों पर अत्याचार करता है।
जेडीयू अल्पसंख्यक राज्य सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक ने इस्तीफा दे दिया है। जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार को संबोधित पत्र में मलिक ने लिखा, ‘हमारे जैसे लाखों भारतीय मुसलमानों का दृढ़ विश्वास था कि आप पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के ध्वजवाहक हैं, लेकिन अब यह विश्वास टूट गया है।’
तबरेज सिद्दीकी अलीग ने भी पार्टी पर मुस्लिम समुदाय का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया। मोहम्मद कासिम अंसारी ने वक्फ विधेयक को भारतीय मुसलमानों के खिलाफ बताया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा, ‘इस विधेयक के माध्यम से भारतीय मुसलमानों को अपमानित और अपमानित किया जा रहा है। न तो आपको (नीतीश कुमार) और न ही आपकी पार्टी (जेडीयू) को इसका एहसास है। मुझे खेद है कि मैंने अपने जीवन के कई साल पार्टी को दिए।’