Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. अब तो प्रदेशवासी भी कह रहे हैं कि अस्वस्थ नीतीश कुमार RSS से अधिक हो चुके हैं ख़तरनाक : तेजस्वी यादव

अब तो प्रदेशवासी भी कह रहे हैं कि अस्वस्थ नीतीश कुमार RSS से अधिक हो चुके हैं ख़तरनाक : तेजस्वी यादव

By संतोष सिंह 
Updated Date

पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने रविवार को एक्स पोस्ट पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) से मिली जमीन, प्रोत्साहन, प्रायोजन एवं आत्मविश्वास के बल पर RSS और BJP के लोग भागलपुर में मस्जिद पर चढ़ कर झंडा लहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तो प्रदेशवासी भी कह रहे है कि अस्वस्थ अवस्था के कारण नीतीश कुमार (Nitish Kumar) RSS से भी अधिक ख़तरनाक हो चुके हैं।

पढ़ें :- 'बंटोगे तो लुटोगे' बीजेपी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, वो तो नहीं हुआ, कर्ज जरूर दोगुना हो गया : राकेश ​टिकैत

 

पढ़ें :- Video-सपा विधायक सुरेश यादव के बिगड़े बोल, भाजपा को बताया एक हिंदू आतंकवादी संगठन, ये लोग देश को करना चाहते बर्बाद

‘खबरदार खबरनवीसो! जालिम-राज, जंगल-राज कहने का विशेषाधिकार तो इस राज के संरक्षकों और पीएम मोदी को ही है ‘

रविवार को बयान जारी कर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में बिहार में बढ़ते अपराध के लिए पूर्णतया राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है। पिछले दिनों में हुई हत्याओं की सूची जारी करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों की दीवाली और कानून-व्यवस्था का दिवाला है। इसी के साथ उन्होंने सहानुभूति मिश्रित अंदाज मेंं मीडिया को सावधान भी किया है।

पढ़ें :- विपक्ष के समर्थकों के वोट काटने का कुत्सित खेल सिर्फ़ एक चुनाव क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर जगह खेला जा रहा : अखिलेश यादव

तेजस्वी कह रहे कि खबरदार खबरनवीसो! अगर किसी ने इसे जालिम-राज, जंगल-राज और दैत्य-राज कहा तो! यह विशेषाधिकार तो इस राज के संरक्षकों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही है। विगत दिनों में रूह को कंपकंपाने वाली केवल और केवल मुख्य हत्याओं का यह संक्षिप्त लेखा-जोखा है। तेजस्वी का यह ब्योरा अररिया में कारोबारी की हत्या से शुरू होता है और गया में पति-पत्नी व पटना में बुजुर्ग दंपती की हत्या पर जाकर ठहरता है। इस क्रम में वे हत्या के 110 मामले गिना जा रहे। इस उल्लेख के साथ कि लूट, अपहरण, दुष्कर्म, चोरी-डैकती और जानलेवा हमले की घटनाएं इनसे अलग हैं।

Advertisement