नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राजस्थान के जयपुर में संविधान बचाओ रैली में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमारे देश की बदकिस्मती है कि पहलगाम आतंकी हमले पर हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी नहीं आए। ये शर्म की बात है। मोदी बिहार में चुनावी भाषण करते हैं, लेकिन दिल्ली में हो रही सर्वदलीय बैठक में नहीं आ सकते। उन्होंने आगे कहा, बात तो बड़ी-बड़ी करते हैं-56 इंच की छाती है, मैं लड़ूंगा, घर में घुसकर मारूंगा… अरे.. बड़ी-बड़ी बातों की जगह बिहार से आकर दिल्ली में बैठक करते और हमें जानकारी देते कि आपकी प्लानिंग क्या है और हमसे क्या मदद चाहते हैं?
पढ़ें :- 'मुझे जान से मार देंगे...' हुमायूं कबीर को बाबरी की नींव रखने के बाद सता रहा डर, बंगाल के बाहर से मिल रही धमकी
उन्होंने आगे कहा, मैं पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। देश के कोने-कोने से बहुत सारे लोग कश्मीर घूमने गए थे, लेकिन वहां हुई इस घटना में निर्दोष लोगों की जान चली गई। मैंने बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा था कि प्रधानमंत्री को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, क्योंकि जब देश के स्वाभिमान को ठेस पहुंचे तो हम सभी को एकजुट रहना चाहिए। हम चाहते थे-इस बैठक में प्रधानमंत्री अपने प्लान के बारे में बताएं और लोगों के सुझाव भी लें। इसके अलावा, हमने CWC मीटिंग भी बुलाई, जिसमें हमने तय किया था कि हम सभी सरकार के साथ हैं। हमने सर्वदलीय बैठक में भी कहा था कि इस कठिन समय में हम सरकार द्वारा उठाए जाने वाले किसी भी कदम में उनके साथ हैं।
खरगे ने आगे कहा, BJP के मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमारे देश में 140 करोड़ लोग हैं, लेकिन उनमें देशभक्ति की कमी है। यानी वो देश के लोगों को चैलेंज कर रहे हैं कि हमारे पास देशभक्ति की कमी है। आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले गांधी जी की हत्या कर दी गई। आज पूरा देश जानता है कि उन्हें गोली किसने मारी। इंदिरा गांधी जी और राजीव गांधी जी ने देश की एकता के लिए अपनी जान दे दी। अगर इनमें देशभक्ति की कमी होती तो क्या ये लोग अपनी जान दे देते? लेकिन आज BJP के लोग हम पर टिप्पणी कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी की तरफ से राहुल गांधी जी ने जम्मू-कश्मीर जाकर पहलगाम हमले के घायलों से मुलाकात और बातचीत की। लेकिन नरेंद्र मोदी जी न तो सर्वदलीय बैठक में पहुंचे और न ही कश्मीर गए। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि देश सबसे पहले है। देश के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए। आजादी के लिए लाखों लोगों ने घर छोड़ दिए। तमाम लोग शहीद हुए, तब जाकर देश आजाद हुआ और संविधान बना। इसी की बदौलत आज एक चाय बेचने वाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री है और एक मिल वर्कर का बेटा कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बना।