Ratan Tata Death: देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात 86 साल की उम्र में निधन हो गया है। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें मुंबई के कैंडी ब्रीच हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। रतन एन टाटा के पार्थिव शरीर को गुरुवार (10 अक्टूबर 2024) को सुबह 10:30 बजे एनसीपीए लॉन, नरीमन पॉइंट मुंबई ले जाया जाएगा, जहां आम लोग दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दे सकेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा से बात की और संवेदनाएं व्यक्त की। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिग्गज उद्योगपति के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं।
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जानकारी के मुताबिक, रतन टाटा का पार्थिव शरीर दोपहर 3:30 बजे अंतिम संस्कार के लिए अपनी यात्रा पर निकलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसी बीच झारखंड में रतन टाटा के निधन पर एक दिन का शोक रखा गया है। इसी बीच पीएम मोदी ने रतन टाटा के सौतेल भाई नोएल टाटा से बात करके संवेदना व्यक्त की है। बता दें कि रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने दो शादियां की थीं। रतन टाटा और जिमी टाटा उनकी पहली पत्नी सूनी कमिश्रिएट के बेटे हैं, जबकि नोएल टाटा, नवल टाटा की दूसरी पत्नी सिमोन के बेटे हैं।
टाटा समूह के सर्वेसर्वा रहे रटन टाटा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई जानी-मानी हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पोस्ट में लिखा, “श्री रतन टाटा के दुखद निधन से, भारत ने एक ऐसे प्रतीक को खो दिया है जिसने राष्ट्र निर्माण के साथ कॉर्पोरेट विकास और नैतिकता के साथ उत्कृष्टता का मिश्रण किया। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने महान टाटा विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति प्रदान की। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया। परोपकार और परोपकार में उनका योगदान अमूल्य है। मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, “मेरा मन श्री रतन टाटा जी के साथ अनगिनत संवादों से भरा हुआ है। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तो मैं उनसे अक्सर मिलता था। हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। मुझे उनका दृष्टिकोण बहुत समृद्ध लगा। जब मैं दिल्ली आया तो ये बातचीत जारी रही। उनके निधन से बेहद दुख हुआ।’ इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ हैं। ॐ शांति।”