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पौराणिक मान्यता है रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष का रास्ता आसान हो जाता है। यह आपके ग्रह दोषों को शांत करने के लिए बहुत अच्छा साबित होता है। वहीं, रुद्राभिषेक कराने से जीवन से नकारात्मक शक्तियां भी दूर होती है। यह पूजा विद्यार्थियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए बहुत शुभ फलदायी है।
पहला सावन सोमवार – 14 जुलाई 2025
दूसरा सावन सोमवार – 21 जुलाई 2025
तीसरा सावन सोमवार – 28 जुलाई 2025
चौथा सावन सोमवार – 4 अगस्त 2025
सावन शिवरात्रि – 23 जुलाई 2025
नाग पंचमी – 29 जुलाई 2025
रुद्राभिषेक पूजा सामग्री
पुष्प, अगरबत्ती, घी, दही, शहद, ताजा दूध, पंचामृत, गुलाब जल, मिठाई, गंगाजल, कपूर, सुपारी, बेल पत्र, लौंग, इलायची। इन सभी सामग्रियों को एक थाली में सजा लें। स्वच्छता और आचरण: रुद्राभिषेक करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
शुद्धता
पूजा करने वाले व्यक्ति को स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए और पूजा स्थल को पवित्र रखना चाहिए।
एकाग्रता
पूजा के दौरान मन को शांत और एकाग्र रखना चाहिए।
मंत्र
रुद्राभिषेक के दौरान ॐ नमः शिवाय, महामृत्युंजय मंत्र, और रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों का जाप करना चाहिए।