Sakat Chauth 2025 : आज सकट चौथ का व्रत 17 जनवरी, शुक्रवार को मनाया जा रहा है। यह व्रत संतान के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि जो महिला श्रद्धा पूर्वक इस व्रत का पालन करती है, उसकी संतान को दीर्घ और सुखमय जीवन की प्राप्ति होती है। सकट चौथ में 17 से 18 घंटे के निर्जला व्रत रहा जाता है। इसलिए व्रत के पारण (व्रत खोलने) के समय सही आहार का चयन करना जरूरी है। पारण के समय अगर खानपान में छोटी सी भी गलती की जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। आहार विशेषज्ञों के अनुसार,व्रत खोलते समय ऐसी चीजों को खाना चाहिए, जिसे आसानी से पचाया जा सके। आइये जानते है।
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1. दूध और शकरकंद शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करते हैं
सकट चौथ के व्रत का पारण दूध और शकरकंद खाने की परंपरा है। लंबे समय के निर्जला व्रत रखने के बाद दूध और शकरकंद का सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद है। दूध और शकरकंद के पोषक तत्व व्रत के दौरान होने वाली शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करते हैं। इतना ही नहीं, दूध और शकरकंद में मौजूद पोषक तत्व व्रत के बाद होने वाली पाचने में आसान होते है।
2. तिल और गुड़ के लड्डू शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है
सकट चौथ पर मुख्य रूप से तिल और गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं। तिल में कैल्शियम और आयरन होता है, जबकि गुड़ शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है। व्रत खोलते समय तिल और गुड़ के लड्डूओं का सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन ध्यान रहे कि व्रत के बाद सिर्फ 1 या 2 ही तिल और गुड़ के लड्डू खाएं।
3. साबूदाना पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करता है
जिन महिलाओं को पाचन संबंधी परेशानियां जैसे की ब्लोटिंग, गैस और पेट में दर्द की समस्या होती है, वो सकट चौथ का व्रत खोलते समय साबूदाना की खिचड़ी या पापड़ का सेवन कर सकती हैं। साबूदाने से बनें खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर पाया जाता है, जो पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करता है।
4. फलाहार डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर करता है
व्रत के बाद दूध, केला, सेब, संतरा जैसे अन्य मौसमी फलों का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। फलों में विटामिन, मिनरल्स, विटामिन सी और पानी पाया जाता है, जो व्रत के दौरान होने वाली डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर करता है।