Sawan Somvar Vrat : सावन माह में सोमवार व्रत का विशेष महात्म है। यह व्रत नारी के लिए अखंड सौभाग्य, पति की दीर्घायु और दाम्पत्य सुख के लिए किया जाता है। वहीं पुरुषों उपासकों के लिए यह शक्ति, शांति और आत्मिक उन्नति का माध्यम बनता है। यह व्रत विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं में अत्यंत लोकप्रिय है, जो योग्य वर की प्राप्ति के लिए श्रद्धा से यह व्रत करती हैं। शिव पुराण में शिव पूजा और शिव पुराण कथा सुनने के कई नियम बताए गए हैं। शिव पुराण में शिव के विभिन्न रूपों, जैसे रुद्र, शंकर, महेश आदि का ध्यान सोमवार व्रत के दौरान बहुत फलित माना जाता है।
पढ़ें :- Rahu Ketu Transit 2026 : साल 2026 में राहु-केतु के गोचर , जानें शुभ-अशुभ प्रभाव
सावन सोमवार 2025 कब हैं?
सावन का पहला सोमवार – 14 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार – 21 जुलाई
सावन का तीसरा सोमवार – 28 जुलाई
सावन का चोथा सोमवार – 4 अगस्त
सात्विक भोजन
व्रत के दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए, मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। तामसिक और गरिष्ठ भोजन (देर से पचने वाला खाना) खाकर व्रत का पालन करने में कठिनाई होती है।
क्रोध और झूठ से बचें
शिव उपासना में क्रोध और झूठ बोलने से बचना चाहिए।
क्षमा
दूसरों को क्षमा करना चाहिए और दूसरों के प्रति दयालु होना चाहिए।
ब्रह्मचर्य
ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। जमीन पर सोना चाहिए।
शिवपुराण की कथा
रोगी और संतान सुख से वंचित लोगों को शिवपुराण की कथा का आयोजन अवश्य कराना चाहिए।