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Shani Jayanti 2022 : शनि जयंती पर शनिदेव को प्रसन्न करने के पढ़ें ये मंत्र, कुप्रभावों से मुक्ति प्रदान करते हैं न्याय के देवता

By अनूप कुमार 
Updated Date

Shani Jayanti 2022: न्याय के देवता शनि महाराज सूर्य देव पुत्र है। इनकी माता का नाम छाया है। धर्म और न्याय के रास्ते पर चलने वालों पर  शनि महाराज  कृपा करते है। बुरे काम करने वालों को न्याय के देवता शनि दण्ड़ देते है। शनि ने भगवान शिव की तपस्या की और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वर दिया कि मनुष्य तो दूर देवता भी उनके नाम से कापेंगे। सप्ताह में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि देव की जयंती मनाई है।
इस साल शनि जयंती 30 मई 2022 को मनाई जाएगी। भक्तगण शनि जयंती के इस दिन पूजा करने लिए भगवान को कुमकुम, काजल, अबीर, नीले व काले फूल चढ़ाते है। आइये जानते है शनि जयंती  के शुभ मुहूर्त के बारे में।

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शनि जयंती शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि प्रारम्भ – 29 मई 2022 को 14.54 मिनट पर शुरू
अमावस्या तिथि समाप्त – 30 मई 2022 को 16.59 मिनट पर होगा
पंचांग के अनुसार इस बार शनि जयंती 30 मई 2022 दिन सोमवार को है

1.शनि जयंती पर शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिदेव के मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: का जाप करना बहुत ही फलदायी होता है।
2.शनि जयंती के दिन सुबह स्नान के बाद पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करना चाहिए। साथ ही शाम के समय दीपक जलाएं।
3.शनिदेव की शांति के लिए नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र या ऊँ नम: शिवाय का जाप शनि के कुप्रभावों से मुक्ति प्रदान करता है।

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