Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. मध्य प्रदेश
  3. 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के भाग्य का फैसला….. दोनों कक्षाओं में बेटियों ने बाजी मारी

10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के भाग्य का फैसला….. दोनों कक्षाओं में बेटियों ने बाजी मारी

By Shital Kumar 
Updated Date

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के अंतर्गत आने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के भाग्य का फैसला हो गया है। MPBSE की ओर से आयोजित हाई स्कूल, हायर सेकंडरी और DPSE मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सुबह ठीक 10 बजते ही सीएम आवास से रिजल्ट की घोषणा की । आपको बता दें कि, इस बार सामने आए परीक्षार्थियों के नतीजों ने मोहन सरकार के कार्य वर्ष में 15 साल का रिकॉर्ड टूटा है।

पढ़ें :- Lucknow News : माउंट फोर्ट इंटर कॉलेज में कक्षा 6 के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत!

बता दें कि, इस बार घोषित हुए नतीजों के अनुसार, 10वीं बोर्ड परीक्षा में हाई स्कूल का रिजल्ट 76.2 फीसद रहा है। जबकि, हायर सेकेंडरी का रिजल्ट 74.48 फीसद रहा है। इस बार भी 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं में बेटियों ने बाजी मारी है। 10वीं कक्षा के नतीजों की तो मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले की प्रज्ञा जयसवाल ने 10वीं बोर्ड में टॉप किया है। उन्होंने परीक्षा में इतिहास रचते हुए 500 में से 500 अंक प्राप्त किए हैं। जबकि, 12वीं कक्षा के नतीजों में सतना जिले की छात्रा प्रियल द्विवेदी ने टॉप किया है। उन्होंने 500 में से 492 अंक प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया है। वहीं, टॉपर जिले की बात करें तो नरसिंहपुर ने इस बार बाजी मारी है। यहां 91 फीसदी रिजल्ट रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रिजल्ट घोषित कर दिया है। अब छात्र एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.mponline.gov.in पर नतीजे देख सकते हैं। इस साल करीब 16 लाख स्टूडेंट्स ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी है। 10वीं में 9.53 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में बैठे थे। जबकि, 7.06 लाख छात्रों ने 12वीं बोर्ड का एग्जाम दिया था।

यहां देखें नतीजे
वेबसाइट क्रैश होने पर छात्र घबराएं नहीं, वो मोबाइल एप पर भी अपना रिजल्ट देख सकते हैं। स्टूडेंट्स Digilocker के माध्यम से भी परीक्षा परिणाम देख सकेंगे। इसके साथ Google Play Store, MPBSE MOBILE App या MP Mobile App Download कर Know Your Result पर भी परिणाम दिखेगा।

जुलाई में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे

पढ़ें :- कफ सिरप में पूरा माफिया तंत्र हावी है मुख्यमंत्री योगी की पूरी कैबिनेट हावी है, जहरीला सिरप पीला कर लोगों की हत्या की गयी

जिन छात्रों के नंबर कम आए हों या वो परीक्षा में फेल ही हो गए हों तो उन छात्रों को भी निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें एक बार फिर एग्जाम देने का मौका मिलेगा। वहीं, मेन एग्जाम में फेल होने पर छात्र जुलाई में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। ये फैसला नई शिक्षा नीति-2020 (NEP2020) के तहत लिया गया है।

Advertisement