नई दिल्ली। इजरायली सेना (Israeli Army) ने गाजा की ओर बढ़ रहे पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) सहित अन्य 11 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं (Human Rights Activists) के जहाज को बीच रास्ते में ही रोककर उसे कब्जे में ले लिया है। बता दें कि ग्रेटा सहित जहाज में सवार सभी लोगों को इजरायली सेना (Israeli Army) ने डिटेन कर लिया है और उन्हें इजरायल (Israeli) ले जाया गया है।
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SOS! the volunteers on 'Madleen' have been kidnapped by Israeli forces.
Greta Thunberg is a Swedish citizen.
Pressure their foreign ministries and help us keep them safe!Web: https://t.co/uCGmx8sn8j
X : @SweMFA
FB : @SweMFA
IG : swedishmfa#AllEyesOnMadeleen pic.twitter.com/76Myrg2Bnz— Freedom Flotilla Coalition (@GazaFFlotilla) June 9, 2025
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इस बीच ग्रेटा ने वीडियो जारी कर बताया है कि उन्हें और उनके साथियों को किडनैप कर लिया गया है। वीडियो में ग्रेटा ने कहा कि मेरा नाम ग्रेटा थनबर्ग है। मैं स्वीडन से हूं। अगर आप ये वीडियो देख रहे हैं, तो बता दूं कि इजरायली सेना और इजरायल का समर्थन करने वाली सेना ने हमें इंटरनेशनल वॉटर में रोककर किडनैप कर लिया है। मैं अपने सभी दोस्तों, परिवार और सहयोगियों से अनुरोध करती हूं कि मुझे और मेरे सहयोगियों को जल्द से जल्द रिहा कराने के लिए स्वीडन सरकार पर दबाव बनाएं।
गाजा पहुंचने के लिए इटली के सिसली से एक जून को रवाना हुए इस जहाज का नाम The Madleen है, जो मानवाधिकार संगठन Freedom Flotilla Coalition (FFC) से जुड़ा हुआ है, लेकिन सोमवार सुबह इजरायल की 5 स्पीड बोट्स ने जहाज को घेर लिया। इसके बाद सैनिकों ने जहाज पर चढ़कर उसे अपने कंट्रोल में ले लिया। यह जहाज गाजा के लोगों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहा था। मैडलीन नाम के इस जहाज पर 12 लोग सवार हैं। सभी इजरायल सेना की हिरासत में हैं।
इस जहाज में चिकित्सा सुविधाएं, खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सामान है। इस जहजा में ग्रेटा थनबर्ग (Israeli Army) के साथ-साथ 11 अन्य कार्यकर्ता भी हैं, जिनमें फ्रांस की सांसद रीमा हसन, जर्मनी की यासमीन जार, फ्रांस के बैप्टिस्टे आंद्रे, ब्राजील के थियागो अविला, फ्रांस के उमर फईद, पैस्कल और यानीस महादी, तुर्किए के सूयाब ओर्दू, स्पेन के सर्गियो टॉर्बियो, नीदरलैंड्स के मार्को वैन रेन्स और फ्रांस की रेवा वियार्ड शामिल हैं।
बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) की इस गाजा यात्रा पर इजरायल की सेना ने आपत्ति जताई थी इजरायली सेना (Israeli Army) के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन (Spokesperson Effie Defrin) ने कहा था कि हम इस पर नजर रखे हुए हैं। ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) दुनियाभर के 11 और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जहाज से गाजा के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान जहाज से खींची गई उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इनमें वह फिलिस्तीन का झंडा पकड़े देखी गई थी। उन्हें गाजा के समर्थन में नारे लगाते देखा गया था। बता दें कि गाजा में 2007 से इजरायल की नौसेना की नाकेबंदी है, जो सामान और लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित करता है। फ्रीडम फ्लोटिला (Freedom Flotilla) इजरायल की इस नाकेबंदी को प्रतीकात्मक रूप से तोड़ने का प्रयास है, जिसे इजरायल अवैध और उकसाने वाला मानता है।