नई दिल्ली। लव-कुश रामलीला समिति (Luv-Kush Ramlila Committee) ने एक्ट्रेस पूनम पांडेय (Poonam Pandey) को मंदोदरी के किरदार के लिए चुना है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ पूनम पांडेय (Poonam Pandey) ने एक बड़ा एलान कर सभी को चौंका दिया है।
पढ़ें :- फैशन इवेंट में उर्वशी रौतेला, पूनम पांडे जैसे सेलेब्स खूबसूरत आउटफिट्स में किया रैंप वॉक, उनकी अदाओं और ड्रेस नेटिजंस का खींचा ध्यान
— Poonam Pandey (@iPoonampandey) September 22, 2025
वीडियो जारी कर पूनम पांडेय (Poonam Pandey) ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि मैंने तय किया है कि मैं पूरे नवरात्रि व्रत रखूंगी, ताकि तन–मन से इस रोल (मंदोदरी) को और बेहतर कर सकूं। जानकारी के लिए बता दें कि लव-कुश रामलीला में राज बब्बर के बेटे आर्य बब्बर रावण की भूमिका निभाएंगे।
पढ़ें :- पूनम पांडेय नहीं करेंगी मंदोदरी का रोल, विवाद के बाद रामलीला कमेटी ने लिखा पत्र-हमें माफ करें
लवकुश की रामलीला में छिड़ा महाभारत
लालकिला मैदान की लवकुश रामलीला सबसे चर्चित रहती है। इस बार भी यहां फिल्म और टीवी जगत के नामचीन चेहरे हिस्सा लेंगे। भगवान श्रीराम की भूमिका फिल्म अभिनेता किंशुक वैद्य निभाएंगे। डॉ. राजन शर्मा लक्ष्मण तो अभिनेत्री रिनी आर्या सीता बनेंगी। हनुमान की भूमिका गुजराती पृष्ठभूमि से जुड़े थियेटर कलाकार मल्हार पांड्या निभाएंगे। अभिनेता आर्य बब्बर करेंगे रावण बनेंगे।
रामलीला में मंदोदरी बनी पूनम पांडेय
वहीं, मंदोदरी (Mandodari) के रूप में अभिनेत्री व मॉडल पूनम पांडेय (Poonam Pandey) को लिया गया है। हालांकि, उनके चयन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। धार्मिक संगठनों और कुछ पदाधिकारियों ने पूनम के पूर्व बयानों को आधार बनाकर आपत्ति जताकर रामलीला से बाहर करने की मांग की है। फिलहाल, कमेटी ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है और वरिष्ठ पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
दर्शकों को टीवी धारावाहिक रामायण जैसी तकनीक का मिलेगा अनुभव
पढ़ें :- रामलीला में पूनम पांडेय करेंगी मंदोदरी का रोल, मचा बवाल तो कमेटी के चेयरमैन अर्जुन ने दिया ये बयान
रामलीलाओं में दर्शकों को टीवी धारावाहिक रामायण जैसी तकनीक का अनुभव मिलेगा। कंप्यूटराइज्ड लाइट और साउंड के साथ भगवान हनुमान का आकाश में उड़ना, तलवारों से चिंगारियाँ, अग्नि तीर और विलाप के दृश्य, समुद्र की लहरें, आकाश से पुष्पवर्षा और देवी-देवताओं का आगमन मंच पर जीवंत किया जाएगा। साथ ही, जादू शो, हास्य कवि सम्मेलन, कृष्ण-सुदामा नृत्य नाटिका, संकीर्तन और आदिवासी बच्चों के भजन भी पेश किए जाएंगे।