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सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में गिनायें अपराध के आकड़े, पिछली सरकार के मुकाबले बताया कम

By शिव मौर्या 
Updated Date

 

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लखनऊ। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधान परिषद में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपराध से जुड़े हुये आकड़ो पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारे सरकार में जिस तरीकें से अपराध पर लगाम लगाई है और सारे अपराधियों को उनके अपराध के लिए तुरंत सजा का प्रावधान एकाउंटर करके किया जा रहा है। इस कारण प्रदेश के आपराधी डरे हुये है।

पिछली सरकार की तुलना में हमारे शासन काल में यानी भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में अपराध पर लगाम लग गई है। सीएम ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि दुनिया का हर बड़ा निवेशक आज उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है, क्योंकि उसे मालूम है कि यहां की कानून-व्यवस्था बेहतर है। उन्होंने कहा, ‘मैं वर्ष 2016-17 और 2020-21 में एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो) के तुलनात्मक आंकड़े दे रहा हूं।

डकैती की घटनाओं में 65.72 प्रतिशत की कमी आई है। लूट की घटनाओं में 66.15 प्रतिशत, हत्या की घटनाओं में 19.80 प्रतिशत, बलवे की घटना में 40.20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 45.43 प्रतिशत की कमी आई है।’ उन्होंने कहा कि ढांचागत सुविधाओं को देखें तो सरकार ने 59 नए थाने और 29 नई चौकियां बनाई हैं। इसके अलावा चार महिला थाने, आर्थिक अपराध के चार थाने, 10 विजिलेंस के थाने और 16 साइबर क्राइम के थाने बनाए गए।

सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने 69 अग्निशमन केंद्र बनाए और 40 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट भी गठित की हैं। साथ ही 218 पॉक्सो अदालतों का भी गठन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर 2016-17 और 2020-21 के बीच तुलनात्मक अध्ययन करेंगे तो शस्त्र अधिनियम के तहत 27.55 प्रतिशत अधिक कार्यवाही हुई है। एनडीपीएस एक्ट में 52.94 प्रतिशत, गैंगस्टर एक्ट में 31.09 प्रतिशत और रासुका में 19.57 प्रतिशत अधिक कार्यवाही हुई है।’

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