Chhatha Puja 2025: आज यानी 25 अक्टूबर से आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरूआत हो रही है। यूपी, बिहार और झारखंड में प्रमुखता से मनाया जाने वाले इस चार दिवसीय पर्व के पहले दिन नहाय-खाय अनुराधा नक्षत्र और शोभन योग में संपन्न होगा। शनिवार को व्रती गंगा नदी में स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर नहाय-खाय प्रसाद बनाएंगी।
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नहाय-खाय के दिन व्रती प्रसाद के रूप में अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी और आंवले की चटनी आदि को भगवान का भोग लगाकर ग्रहण करेंगे। व्रत के दूसरे दिन यानी रविवार की शाम में व्रती ज्येष्ठा और मूल नक्षत्र में गुड़ से बने खीर, रोटी, केला आदि खरना प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे। इस दौरान गौ का भाग (ग्रास) निकाल कर व्रती चार दिवसीय अनुष्ठान के लिए गाय को भी साक्षी बनाएंगे। फिर व्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास की शुरुआत करेंगे।
व्रत के तीसरे दिन छठ घाट पर जाकर पूजन किया जाता है और डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। फिर व्रत के अंतिम दिन सुबह के समय छठ घाट पर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न होगा। श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते समय ‘ऊॅ घृणि सूर्याय नम:’, गायत्री मंत्र या आदित्य ह्रदय स्रोत का पाठ करना शुभकर होता है।