Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. गणेश विसर्जन 2021: ‘Ganpati Bappa’ की विदाई की जानें विसर्जन विधि और शुभ मुहूर्त

गणेश विसर्जन 2021: ‘Ganpati Bappa’ की विदाई की जानें विसर्जन विधि और शुभ मुहूर्त

By संतोष सिंह 
Updated Date

Ganesh Visarjan 2021:  ‘गणपति बप्पा’ रविवार 19 सिंतबर को अनंत चतुदर्शी (Anant Chatudarshi) पर विदा हो जाएंगे। सुबह से ही गणेश विसर्जन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बैंड-बाजों की धुन के साथ भक्त अगले साल गणेश जी (Ganesh ji) के फिर आगमन की कामना को लेकर बप्पा को विदाई दे रहे हैं। गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) से पहले जान लीजिये विधि और पूजा का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhoort) ।

पढ़ें :- Guru Gochar 2024 : देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन बनाएगा मालामाल , शुभ समाचार मिल सकते हैं

गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) की विदाई का शुभ मुहूर्त

राहु काल में विसर्जन वर्जित माना गया है। पंचाग के मुताबिक गणपति विसर्जन (Ganesh Visarjan)  के 5 शुभ मुहूर्त (Shubh Muhoort)  हैं। 19 सितंबर को गणपति विसर्जन (Ganesh Visarjan)  है और धृति योग का निर्माण हो रहा है। आज सुबह 7.40 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक, दोपहर में में 1:46 बजे से 03:18 बजे तक, शाम को 6:21 बजे से रात 10:46 बजे तक का विसर्जन को लेकर शुभ मुहूर्त (Shubh Muhoort) है। वहीं 20 सितंबर को तड़के 04:40 बजे से सुबह 06:08 बजे तक विसर्जन का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhoort) है। इस तरह करें विसर्जन गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan)  के दौरान कुछ खास चीजों का ध्यान रखें।

विसर्जन से पहले उन्हें स्नान कराकर नए वस्त्र पहनाएं। रेशम के कपड़े में मोदक, दूर्वा घास, सुपारी और दक्षिणा बांधकर रखें। इस बंधी हुई पोटली को भगवान गणेश की मूर्ति के साथ रखें और भगवान गणेश की पूजा करें। जलकुंड के पास पहुंचकर मूर्ति को पश्चिम दिशा में बांधे गए रेशमी कपड़े की पोटली के साथ विसर्जित करें।

बप्पा दूर करेंगे पीड़ा

पढ़ें :- Summers Protect Basil Plant : गर्मियों में तेज धूप से ऐसे बचाएं पवित्र तुलसी का पौधा , जानें क्या करना चाहिए

बता दें 10 सिंतबर से गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) का शुभारंभ हुआ था।इस दौरान जगह-जगह गणेश जी (Ganesh ji) की झांकियां संजाई गईं। भंडारे और भजन आदि का आयोजन पूरे ​10 दिन तक हुआ। इसके बाद आज गणेश जी विदाई ले रहे हैं। मान्यता है कि विसर्जन के साथ बप्पा अपने सभी भक्तों के दर्द, पीड़ा और जीवन की बाधाओं को दूर करते हैं।

Advertisement