Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. नोएडा में गोपाल नर्सिंग होम ने नवजात बच्ची का लापरवाही से किया गलत इलाज, दाहिने हाथ की उंगुलियां हुई खराब तो कहा-काटने पड़ेंगे हाथ, जिम्मेदार कौन?

नोएडा में गोपाल नर्सिंग होम ने नवजात बच्ची का लापरवाही से किया गलत इलाज, दाहिने हाथ की उंगुलियां हुई खराब तो कहा-काटने पड़ेंगे हाथ, जिम्मेदार कौन?

By टीम पर्दाफाश 
Updated Date

नोएडा। उत्तर प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों का खौफ बढ़ता जा रहा है। प्राइवेट अस्पताल अपनी मनमानी करते रहते हैं लेकिन उन्हें कोई कुछ कहने और बोलने वाला नहीं है। स्वास्थ्य विभाग भी प्राइवेट अस्पतालों के रसूख के आगे पूरी तरह से नतमस्तक रहता है। ताजा मामला नोएडा के दा​दरी का है, जहां गोपाल नर्सिंग होम ने नवजात बच्ची के जीवन के साथ खिलवाड़ किया, जिसके कारण नवजात बच्ची ने अपने दाहिने हाथ की हथेली खो दी। अब पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद लेकर दर—दर भटक रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग गोपाल नर्सिंग होम जैसे रसूखदार अस्पताल पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है।

पढ़ें :- Video: मौलाना को महिला ने हंटर से जमकर पीटा, 15 वर्षीय लड़की के गलत काम करने का आरोप

दरअसल, शिवम भाटी ने अपनी पत्नी को दादारी में स्थित गोपाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया था, जहां पांच अक्टूबर को ​शिवम भाटी की पत्नी ने बेटी को जन्म दिया। जन्म के दौरान बच्ची बिल्कुल स्वस्थ्य थी लेकिन उसको गलत इंजेक्शन दे दिया गया। परिवार का आरोप है कि, देखते ही देखते मासूम बच्ची के दाहिने हा​थ में फफोले होने लगे। अस्पताल ने इस बात को परिजनों से छुपाए रखा, जिसके बाद उसके दाहिने हाथ का पंजा और अंगुलियां काली होने लगीं। ये देख अस्पताल प्रशासन ने आनन—फानन में मासूम बच्ची और उसकी मांग को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करा दिया।

दूसरे अस्पताल में पहुंचे परिजन तो उन्हें बच्ची के हाथ के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों से संपर्क किया तो उन्होंने साफ कह दिया कि, बच्ची के हाथ काटने पड़ सकते हैं। डरे सहमे परिजन बच्ची को लेकर नोएडा के चाइल्ड पीजीआई पहुंचे, जहां बच्ची का इलाज चल रहा है लेकिन उसकी दाहिने हाथ की अंगुलियां अब काम नहीं करेंगी। वहीं, इस मामले की शिकायत परिजनों ने दादरी थाने में की गई, जिसके बाद वहां से लिखकर मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया गया। इसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया। वहीं, अब देखना दिलचस्प होगा कि, क्या मासूम बच्ची की जिंगदी से खेलने वाले गोपाल नर्सिंग होम पर कार्रवाई होगी या फिर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।

चाइल्ड पीजीआई के डायरेक्टर
चाइल्ड पीजीआई के डायरेक्टर ने इस मामले में कहा कि, जब वो यहां पर आई थी तो उसकी हालत ठीक नहीं थी। हालांकि, उपचार के बाद उसके हाथ को तो बचा लिया गया लेकिन उसके हाथेली को हटाना पड़ा। वहीं, अब डॉक्टर उसके पैर की अंगुलियों को हाथ में जोड़ने की कोशिश करेंगे ताकि वो उससे थोड़ा बहुत कुछ कर सके।

प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी के आगे नतमस्तक है स्वास्थ्य विभाग
ऐसा नहीं कि, गोपाल नर्सिंग होम में ये पहला मामला है, जिसमें बच्ची के जीवन के साथ खिलवाड़ किया गया है। इससे पहले भी कई ऐसे मामले आ चुके हैं। हालांकि, इसके बाद भी इस अस्पताल पर कार्रवाई नहीं हो रही है। कहा जा रहा है कि, अस्पताल के रसूख के चलते स्वास्थ्य विभाग के अफसर इस पर कार्रवाई करने से बचते हैं। ऐसे में अब देखना है कि, मुख्य चिकित्साधिकारी हमेशा की तरह इस मामले में खमोश रहेंगे या फिर उनकी जांच कमेटी कुछ करेगी भी।

पढ़ें :- पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के आसपास चल रहा नकली सिरप रैकेट, सांसद धर्मेंद्र यादव के पास उस जाति के माफियाओं की लिस्ट जिन्हें गिफ्ट की गईं करोड़ों की गाड़ियां, दावे से मचा हड़कंप

 

Advertisement