नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर अभी कुछ दिनों पहले जानलेवा सवित रही है।जैसे जैसे लॉक डाउन के प्रतिबंधों में छूट मिलती रही लोग कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने में लापरवाही बरतने लगे। पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ से वायरस के संक्रमण का खतरा बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किए बिना हिल स्टेशन, बाजारों में घूमने वाले लोग महामारी प्रबंधन की दिशा में अब तक अर्जित किए गए फायदे पर पानी फेर सकते हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हिल स्टेशनों की यात्रा करने वाले लोग कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं। यदि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तो हम प्रतिबंधों में ढील को फिर से रद्द कर सकते हैं। उन्होंने हिल स्टेशनों में लोगों की भारी भीड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि कोविड-19 के उचित व्यवहार का घोर उल्लंघन अब तक के लाभ को कम कर सकता है।
ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, ‘तस्वीरें (हिल स्टेशनों से) भयावह हैं। लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए। भविष्य की चुनौती तीसरी लहर नहीं है, बल्कि हम इस पर कैसे कार्य करते हैं। लहर के पहलू को उजागर करने के बजाय हमें प्रसार को रोकने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार/प्रतिबंधों पर ध्यान देना चाहिए।’