New Delhi: नेशनल हेराल्ड केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले को कांग्रेस अपनी पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अहम कानूनी जीत के तौर पर देख रही है। इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग कर दी।
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दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने नेशनल हेराल्ड केस में फैसले पर एक एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, “नेशनल हेराल्ड का फर्जी केस राजनीतिक बदले और द्वेष की भावना से किया गया है। ये अखबार 1938 में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा शुरू किया गया था, जिसे BJP सरकार मनी लॉन्ड्रिंग जैसी चीजों से जोड़कर बदनाम कर रही है। सच्चाई है कि इस केस में कुछ भी नहीं है, लेकिन फिर भी BJP इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं को परेशान करने की कोशिश कर रही है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, “मोदी सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए इसी तरह नेताओं पर ED के केस लगवाती आई है। BJP ने इसी तरह लोगों को डराकर अपनी तरफ किया और सरकारें बनाईं। लेकिन अब फैसला न्याय के पक्ष में आया है। सत्य की जीत हुई है। हम इस फैसले का बहुत स्वागत करते हैं।” उन्होंने कहा, “नेशनल हेराल्ड केस में फैसला आने के बाद अब नरेंद्र मोदी और अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए। कोर्ट का ये फैसला नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मुंह पर तमाचा है। उन्हें एक राजीनामा देना चाहिए कि भविष्य में वे लोगों को सताने का काम नहीं करेंगे।”