नई दिल्ली। NEET परीक्षा को लेकर विवाद जारी है। विपक्षी दलों की तरफ से लगातार इस मामले को लेकर सरकार को घेरा जा रहा है। वहीं, कई जगहों पर अभ्यार्थी इसको लेकर आंदोलित भी हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार ये आश्वासन दिया जा रहा है कि, इस परीक्षा में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं हुआ है।
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दरअसल, कांग्रेस की तरफ से लगातार इस परीक्षा को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की तरफ से कहा कि, नाम है NEET लेकिन रिजल्ट देख कर ये प्रक्रिया कहीं भी ‘साफ, स्वच्छ या स्वस्थ’ नहीं लगती। उन्होंने कहा, हमारी मांग कि, 580 से ज्यादा अंक पाने वाले छात्रों के परीक्षा केंद्रों के नाम जारी किए जाएं। 12वीं के बोर्ड के मार्क्स का मिलान NEET के टॉपर्स के साथ किया जाए। जिन एग्जाम सेंटर पर औसत से ज्यादा हाई मार्क्स वाले परीक्षार्थी हैं, उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी जारी की जाए।
वहीं, अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बयान आया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि, NEET परीक्षा मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत परीक्षार्थियों के हितों को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। मैं परीक्षार्थियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी बच्चे के कैरियर के साथ खिलवाड़ नहीं होगा।
उन्होंने आगे लिखा कि, इस मामले से जुड़े तथ्य सर्वोच्च न्यायालय के संज्ञान में है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, सरकार उसे पूरा करेगी। NEET की काउन्सलिंग प्रक्रिया शुरू होने जा रही है और अब इस दिशा में भ्रमित हुए बिना आगे बढ़ने की आवश्यकता है।