Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। इस आतंकी हमले के बाद सैलानियों की चहल पहल से गुलजार रहने वाला पहलगाम समेत जम्मू-कश्मीर की अन्य सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानों पर ताले लटके रहे और इलाके में दहशत का माहौल है। घाटी की वादियों की रौनक गायब है। वहीं, आतंकी हमले के बाद वहां पर चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। कश्मीर घाटी में बुधवार को 35 साल में पहली बार आतंकवादी हमले के खिलाफ बंद रखा गया तथा सभी क्षेत्रों के संगठनों ने पहलगाम पर्यटक स्थल में हुई हत्याओं के विरोध में बंद का समर्थन किया। उधर, सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम आतंकी हमले के तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं।
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टूरिज्म इंडस्ट्री को हो सकता है नुकसान
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब घाटी में हालात सामान्य थे और टूरिज्म इंडस्ट्री एक बार फिर से रफ्तार पकड़ चुकी थी। होटल फुल थे, डल लेक पर शिकारे गुलजार थे, टैक्सियां लाइन में खड़ी थीं और एयरपोर्ट से लेकर पहलगाम तक हर जगह पर्यटकों की चहल-पहल दिख रही थी, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर कश्मीर की वादियों में डर और सन्नाटा फैला दिया है।
सीसीएस की बैठक जारी
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानंत्री आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सहित कई शीर्ष अधिकारी मौजूद हैं। बैठक में केंद्र सरकार हमले की जानकारी दी। इसमें बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है।