Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग: बुधवार, 18 मई, 2022

पंचांग: बुधवार, 18 मई, 2022

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग: बुधवार, 18 मई, 2022

पढ़ें :- Guru Gochar 2024 : देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन बनाएगा मालामाल , शुभ समाचार मिल सकते हैं

विक्रम संवत – 2079, राक्षस :
शक संवत – 1944, शुभकृति
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ :
अमंत मास – वैशाख

तिथि
कृष्ण पक्ष तृतीया – 18 मई 03:00 पूर्वाह्न – 18 मई 11:37 अपराह्न
कृष्ण पक्ष चतुर्थी – मई 18 11:37 अपराह्न – मई 19 08:24 अपराह्न

नक्षत्र
ज्येष्ठ – 17 मई 10:46 पूर्वाह्न – 18 मई 08:09 पूर्वाह्न
मूला – मई 18 08:10 पूर्वाह्न – मई 19 05:37 पूर्वाह्न
पूर्वा आषाढ़ – 19 मई 05:37 पूर्वाह्न – 20 मई 03:17 पूर्वाह्न

करण
वनिजा – 18 मई 03:00 पूर्वाह्न – 18 मई 01:18 अपराह्न
विष्टी – 18 मई 01:18 अपराह्न – मई 18 11:37 अपराह्न
बावा – मई 18 11:37 अपराह्न – मई 19 09:59 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Summers Protect Basil Plant : गर्मियों में तेज धूप से ऐसे बचाएं पवित्र तुलसी का पौधा , जानें क्या करना चाहिए

योग
सिद्ध – 17 मई 10:37 अपराह्न – 18 मई 06:44 अपराह्न
साध्य – 18 मई 06:44 अपराह्न – मई 19 02:57 अपराह्न

वारा
बुधवार (बुधवार)

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:48 AM
सूर्यास्त – 6:58 अपराह्न
चंद्रोदय – मई 18 9:43 अपराह्न
चंद्र अस्त – मई 19 8:30 पूर्वाह्न

अशुभ काल
राहु – 12:23 अपराह्न – 2:02 अपराह्न
यमगंडा – 7:27 पूर्वाह्न – 9:05 पूर्वाह्न
गुलिका – 10:44 पूर्वाह्न – 12:23 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 11:56 पूर्वाह्न – 12:49 अपराह्न
वर्ज्यम – 02:17 अपराह्न – 03:44 अपराह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – नीला
अमृत ​​काल – 11:58 अपराह्न – 01:24 पूर्वाह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:12 पूर्वाह्न – 05:00 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन घर ले आएं ये चीजें, मां लक्ष्मी बरसाएंगी कृपा

आनंददी योग
ध्वंक्ष (थुलंक्ष) – 08:09 AM . तक
ध्वज (केतु) तक – 05:37 AM
श्रीवत्स

सूर्या रसी
वृषभ (वृषभ) में सूर्य

चंद्र रासी
चंद्रमा धनु राशि में प्रवेश करने से पहले 18 मई, 08:09 पूर्वाह्न तक वृषिका राशि से यात्रा करता है

चंद्र मास
अमंता – वैशाख :
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ :
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – वैशाख 28, 1944
वैदिक ऋतु – वसंत (वसंत)
ड्रिक रितु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)

चंद्राष्टम
1. अश्विनी, भरणी, कृतिका प्रथम 1 पदम

गंडमूल नक्षत्र:
1. मई 17 10:46 पूर्वाह्न – 18 मई 08:09 पूर्वाह्न (ज्येष्ठ)
2. मई 18 08:10 पूर्वाह्न – 19 मई 05:37 पूर्वाह्न (मूल)

पढ़ें :- Shukra Asta 2024:  विवाह के कारक ग्रह शुक्र हुए अस्त, नहीं होंगे शुभ काम
Advertisement