इंडियन फैमिली में दाल और चावल के बिना थाली को अधूरा माना जाता है। थाली में दाल, चावल,रोटी जरुर होती है। कई लोग रोटी की जगह चावल खाना ज्यादा पसंद करते है। बिहार और साउथ इंडिया के लोग चावल और चावल से बनी चीजों को खाना पसंद करती है। इडली, डोसी, पुलाव, बिरयानी और खिचड़ी आदि।
अधिकतर लोगो चावल खाए बिना पेट नहीं भरता। पर क्या आप जानते हैं चावल को उम्र के हिसाब से खाना चाहिए।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक एक व्यस्क को हर दिन छह सर्विंग अनाज का सेवन करना चाहिए, जिसमें आप चावल को भी शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही आपकी डाइट में साबुत अनाज भी शामिल होनी चाहिए। उसमें आप ब्राउन राइस या काले चावलों को भी शामिल कर सकते हैं।
एक साल से तीन साल के बच्चे को एक चौथाई कप पका हुआ चावल खा सकते हैं। वहीं चार से छह साल के बच्चों को एक तिहाई कप पका हुए चावल का सेवन कराया जा सकता है।सात साल से अधिक उम्र के बच्चों को आधा कप पका हुआ चावल का सेवन कराया जा सकता है।
13 साल और उससे ज्यादा उम्र वाले लोगों को डाइट में 6 आधा कप पका हुआ चावल का सेवन करने की सलाह दी जाती है जिसमें चावल शामिल हो सकता है।
14 से 18 साल की उम्र वाली लड़कियों को 6 सर्विंग और लड़कों को 7 सर्विंग अनाजों का सेवन करना चाहिए।
19 से 50 साल तक की उम्र वाले पुरुषों को 8 सर्विंग और महिलाओं को 6-7 आधा कप पका हुआ चावल खाना चाहिए.। 51 साल से ज्यादा उम्र वाली महिलाओं को 6 आधा कप पका हुआ चावल अनाज और पुरुषों को 7 आधा कप पका हुआ चावल का सेवन करने की सलाह दी जाती है।