नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क के साथ साझा प्रेसवार्ता को संबोधित किए। इस दौरन पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क ने कहा कि, आज का दिन हमारे दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि हम अपने देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री की मेजबानी कर रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है। निस्संदेह यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होते जा रहे हैं। यह पूरे क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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वहीं, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, मैं प्रधानमंत्री टस्क के इस सुंदर शहर वारसॉ में उनके शब्दों और गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए उनका बहुत आभारी हूं। भारत-पोलैंड मैत्री को मजबूत करने के लिए आपके अमूल्य प्रयास वास्तव में सराहनीय हैं। मैं आपके योगदान के लिए तहे दिल से आपका धन्यवाद करता हूं। प्रधानमंत्री ने डोनाल्ड टस्क से कहा आप लंबे समय से भारत के अच्छे मित्र रहे हैं। भारत और पोलैंड की मित्रता को मजबूत करने में आपका बहुत बड़ा योगदान है। आज का दिन भारत और पोलैंड के संबंधों में विशेष महत्व रखता है। आज 45 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया है। मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही मुझे ये सौभाग्य मिला है।
इसके साथ ही कहा, इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। भारत और पोलैंड के संबंध लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं। हम पोलैंड की कंपनियों को Make in India and Make for the world से जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं। Fintec, Pharma, Space जैसे क्षेत्रों में भारत ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। हमें इन क्षेत्रों में अपना अनुभव पोलैंड के साथ साझा करने में खुशी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत और पोलैंड अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते रहे हैं। हम दोनों सहमत हैं कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में रिफॉर्म वर्तमान समय की मांग है। यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहा संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत का ये दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समस्या का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। किसी भी संकट में मासूम लोगों की जान की हानि संपूर्ण मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली के लिए dialogue और diplomacy का समर्थन करते हैं। इसके लिए भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर हर संभव सहयोग देने को तैयार है।