नई दिल्ली: माघ महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली गुप्त नवरात्रि इस बार 12 फरवरी से आरम्भ हो रही है। आप जानते ही होंगे गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के अलग-अलग 9 स्वरूपों की पूजा होती है वह भी गुप्त तरीके से।
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आपको बता दें, ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं गुप्त नवरात्रि में किन पूजा सामग्री के माध्यम से और कैसे आप मां दुर्गा को खुश कर सकते हैं। आइए जानते हैं।
17 पूजा सामग्री
- मां दुर्गा की प्रतिमा अथवा चित्र
- लाल चुनरी
- आम की पत्तियां
- चावल
- दुर्गा सप्तशती की किताब
- लाल कलावा
- गंगा जल
- चंदन
- नारियल
- कपूर
- जौ के बीच
- मिट्टी का बर्तन
- गुलाल
- सुपारी
- पान के पत्ते
- लौंग
- इलायची
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि
सबसे पहले सुबह जल्दी उठें और नहाकर स्वच्छ कपड़े पहनें। अब पूजा सामग्री को एकत्रित करें। इसके बाद पूजा की थाल सजाएं। अब मां दुर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र में सजाएं। अब इसके बाद मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तक प्रति दिन पानी का छिड़काव करें। अब इसके बाद पूर्ण विधि के अनुसार शुभ मुहूर्त में कलश को स्थापित करें। कलश को सबसे पहले गंगा जल से भरें।
इस दौरान उसके मुख पर आम की पत्तियां लगाएं और उस पर नारियल रखें। अब कलश को लाल कपड़े से लपेटें और कलावा के माध्यम से उसे बांधें। इसके बाद कलश को मिट्टी के बर्तन के पास रख दें। अब फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योत के साथ पंचोपचार पूजा करें। इसके बाद नौ दिनों तक मां दुर्गा से संबंधित मंत्र का जप करें। इसके अलावा माता का स्वागत कर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें। अष्टमी या नवमी के दिन दुर्गा पूजा करें और फिर नौ कन्याओं का पूजन करे। इसके बाद उन्हें पूड़ी, चना, हलवा का भोग लगाएं। अब अंत में आखिरी दिन दुर्गा के पूजा के बाद घट विसर्जन कर दें।