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Urine test: शरीर में किसी भी तरह की गंभीर दिक्कत होने पर डॉक्टर क्यों देता है पेशाब की जांच की सलाह

By प्रिन्सी साहू 
Updated Date

Health Care:  क्या आपने कभी सोचा है शरीर में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर डॉक्टर्स पेशाब की जांच की एडवाइस क्यों देते है। दरअसल पेशाब का रंग आपके शरीर और सेहत के बारे में बताता है। आमतौर पर यूरिन (urine) का रंग पानी की तरह या एकदम हल्का पीले रंग का होता है। इसके अलावा किसी और रंग का पेशाब होना शरीर में गंभीर समस्या का लक्षण माना जाता है।

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अगर किसी के पेशाब (urine) का रंग बहुत अधिक गहरा पीले रंग का होता है तो इसका साफ मतलब होता है कि उस व्यक्ति के शरीर में बॉडी डिहाइड्रेट हो चुकी है। इसलिए डॉक्टर्स खूब पानी पीने की सलाह देते है। एक वयस्क व्यक्ति को डेली कम से कम आठ से दस ग्लास पानी पीना चाहिए। इसके अलावा ताजे फलों का जूस या नींबू पानी पीने से पेशाब का रंग नार्मल हो जाता है।

अगर किसी के पेशाब का रंग हल्का पीला है तो इसका मतलब होता है कि आप कम पानी पी रहे हैं। जबकि आपके शरीर को और अधिक पानी पीने की आवश्यकता है। हल्का पीला रंग का पेशाब (urine) कभी कभी किडनी और शुगर के कारण भी हो सकता है।

इसके अलावा अगर पेशाब (urine) का रंग बादलों की तरह धुंधला हो तो ये गंभीर संक्रमण का संकेत देता है। यह संकेत ब्लैडर में किसी तरह के संक्रमण हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर्स के परामर्श लेना चाहिए।

अगर किसी को गॉल ब्लैडर या पित्ताशय में संक्रमण हो तो पेशाब (urine) का रंग भूरे रंग का होता है। इसके अलावा पित्त की नली में किसी तरह का घाव या ब्लॉकेज होने पर भी ऐसा हो सकता है।

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