अमेरिका में कुछ महिनों पहले एक अश्वेत व्यक्ति की हत्या वहां के श्वेत पुलिस वालों के द्वारा की गई थी। जिसके बाद से ये भेदभाव का मामला इंटरनेशनल हो गया था। आज के समय के सबसे प्रगतिशील देश में हुए इस भेदभाव की घटना ने अमेरिका को पूरे विश्व के सामने शर्मशार होने को मजबूर कर दिया था। इस मामले के विरोध में विश्व भर में ब्लैक लाइव मैटर के नाम से आंदोलन चलाया गया था।
वाशिंगटन। अमेरिका में कुछ महिनों पहले एक अश्वेत व्यक्ति की हत्या वहां के श्वेत पुलिस वालों के द्वारा की गई थी। जिसके बाद से ये भेदभाव का मामला इंटरनेशनल हो गया था। आज के समय के सबसे प्रगतिशील देश में हुए इस भेदभाव की घटना ने अमेरिका को पूरे विश्व के सामने शर्मशार होने को मजबूर कर दिया था। इस मामले के विरोध में विश्व भर में ब्लैक लाइव मैटर के नाम से आंदोलन चलाया गया था।
इस बीच अमेरिका से एक ऐसी ही खबर आई है अमेरिका के एक स्कूली छात्र की मां ने आरोप लगाया है कि न्यूयॉर्क कैथोलिक स्कूल के एक श्वेत प्रधानाध्यापक ने उनके 11 वर्षीय अश्वेत बेटे से घुटनों के बल बैठकर एक शिक्षक से माफी मांगने को कहा और बाद में स्पष्टीकरण दिया कि यह सजा देने का अफ्रीकी तरीका है। डेली न्यूज समाचार पत्र की खबर के अनुसार कि लॉन्ग आईलैंड के सेंट मार्टिन डी पोरेस मैरिएनिस्ट स्कूल के प्रधानाध्यापक जॉन होलियन को 25 फरवरी को हुई इस घटना के सामने आने के बाद अस्थायी तौर पर छुट्टी पर भेज दिया गया है।
छात्र की मां तृषा पॉल ने समाचार पत्र को बताया कि अंग्रेजी विषय के अध्यापक ने सही से गृह कार्य पूरा नहीं करने को लेकर उनके बेटे ट्रायसन को डांटा और वह उन्हें होलियन के दफ्तर ले गया, जहां प्रधानाध्यापक ने छठी कक्षा के छात्र से घुटनों पर बैठकर अध्यापक से माफी मांगने को कहा। पॉल ने कहा कि उन्होंने होलियन से बात की तो उन्हें बताया गया कि स्कूल में छात्रों को आमतौर पर इस तरह सजा नहीं दी जाती है, लेकिन होलियन ने कहा कि उन्होंने यह तरीका एक नाइजीरियाई पिता से सीखा था, जिसने उन्हें बताया था कि घुटनों पर बैठकर माफी मांगना ‘अफ्रीकी तरीका है।