दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को जेल भेजे जाने के बाद से देश में हिंसा शुरू हो गई है। जुमा अदालत की अवमानना करने के दोषी पाए गए हैं और वे 15 महीने की जेल की सजा काट रहे हैं।
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को जेल भेजे जाने के बाद से देश में हिंसा शुरू हो गई है। जुमा अदालत की अवमानना करने के दोषी पाए गए हैं और वे 15 महीने की जेल की सजा काट रहे हैं। उनके कार्यकाल के दौरान उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। जुमा के समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 79 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति ने जेल की सजा को पूरा करने के लिए बुधवार को अधिकारियों को खुद को सौंपा। लेकिन अब पुलिस का कहना है कि अपराधी अराजकता का फायदा उठा रहे हैं। ये हिंसा जुमा के गृह राज्य क्वाजुलु-नताल से जोहान्सबर्ग तक फैल चुकी है। अभी तक 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने रविवार शाम को लोगों से शांति बरतने की अपील की। रामफोसा ने इस बात को भी स्वीकार किया कि कुछ लोग नाराज हैं। लेकिन इस तरह के हिंसक, विनाशकारी और विघटनकारी कार्यों का कोई मतलब नहीं बनता है।