शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal ) के नेता सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) और पूर्व केद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर सिंह बादल (Harsimrat Kaur) समेत कुल 15 अकाली नेताओं ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए गिरफ़्तारी दी है।शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal ) के नेता सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर किसानों को संबोधित किया।
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal ) के नेता सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) और पूर्व केद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर सिंह बादल (Harsimrat Kaur) समेत कुल 15 अकाली नेताओं ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए गिरफ़्तारी दी है।
शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal ) के नेता सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर किसानों को संबोधित किया। इस दौरान सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) ने बड़ा एलान भी किया है कि अगर पंजाब में उनकी सरकार बनती है। तो वहां कृषि कानून लागू नहीं होंगे। इसके साथ ही उन्होंने कानूनों को लेकर भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। इस दौरान सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कृषि कानूनों के मामले में कटघरे में खड़ा किया है।
हरसिमरत कौर बादल बोलीं-हम कृषि कानूनों के वापस होने तक लड़ाई जारी रखेंगे
कृषि कानूनों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल के प्रदर्शन मार्च में पार्टी की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी पहुंची हैं। उन्होंने यहां प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कई किसानों ने अपनी जान गंवा दी और सैकड़ों अब भी दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं लेकिन इस सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। हम अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं हो जाते।
बता दें कि दिल्ली में शुक्रवार को तीनों कृषि कानूनों के एक साल पूरा होने पर अकाली दल प्रदर्शन कर रहा है। इस मौके पर बड़ी संख्या में अकाली दल के कार्यकर्ता जुटे हैं। ये लोग गुरुद्वारा रकाबगंज से संसद भवन तक मार्च निकालने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। संसद की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि किसी प्रदर्शनकारी को संसद की ओर न जाने दिया जाए। दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्होंने ऐसी किसी मार्च की इजाजत नहीं दी है। दिल्ली के कई इलाकों में सुबह से लोग लंबे ट्रैफिक जाम से जूझ रहे हैं।