नई दिल्ली। हाल ही में गुजरात नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी की शानदार एंट्री हुई है, और अब दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में दूसरे दलों को उसने काफी पीछे छोड़ दिया है। इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से पूरी ताकत झोंकी गई थी। पांच में से चार सीटें आम आदमी पार्टी के पास पहले थी ऐसे में उसके सामने इन सीटों को बचाने की चुनौती सबसे अधिक थी।
एक ओर जहां एमसीडी में बीजेपी का कब्जा है उसके बाद चार सीटें जीतकर आप ने आगामी एमसीडी चुनाव से पहले बढ़त हासिल कर ली है। आम आदमी पार्टी धीरे- धीरे देश की राजधानी दिल्ली से बाहर आगे बढ़ रही है। AAP का यह विस्तार ऐसे समय में हो रहा है जब बीजेपी के सामने विपक्ष को लेकर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं। ऐसे में अगर आप अपने प्रत्याशी यूपी के विधानसभा चुनाव में उतारती है तो इस फैसले से यूपी में चुनाव लड़ने वाली अन्य पार्टियों के लिए चिंता का सबब बन सकती है।
यूपी के पंचायत चुनाव में दूसरे दलों के साथ ही आम आदमी पार्टी भी अपने उम्मीदवार उतारने वाली है। हर जिले के हिसाब से कमेटी का गठन किया गया है और इस पर पार्टी के बड़े नेताओं की ओर से लगातार नजर रखी जा रही है। स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है। नेताओं की ओर से दिल्ली में मिल रही सुविधाओं की जिक्र किया जा रहा है और प्रदेश सरकार पर लगातार हमला बोला जा रहा है। यूपी में आप की मजबूती से सीएम योगी समेत दूसरे विपक्षी दलों की भी टेंशन बढ़ जाएगी।