कुंडली में जब किसी पीड़ादायक ग्रह के कारण सफलता नहीं मिलती तो जातक को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
Astro Tips Rahu Puja: कुंडली में जब किसी पीड़ादायक ग्रह के कारण सफलता नहीं मिलती तो जातक को असुविधा का सामना करना पड़ता है। नवग्रहों में कुछ ग्रहों के कारण कुंडली में बन रहे सफलता के योग बाधित होते है। नवग्रहों में एक ग्रह है राहु। राहु के कारण जातक को सफलता प्राप्त करने में बाधाएं आती है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु की कोई राशि नहीं है। यह शनि, बुध और शुक्र के मित्र हैं। यह मंगल, बृहस्पति के प्रति तटस्थ है। यह सूर्य और चंद्रमा का शत्रु है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राहु चंद्रमा की तुलना में सूर्य के साथ अधिक शत्रुतापूर्ण व्यवहार रखता है। राहु से संबंधित समस्याओं के उपाय लिये इन कार्यों को करने से यह अनुकूल फल प्रदान करता है।
1.भगवान भैरव या भगवान शिव की पूजा करें।
2.राहु स्तोत्र का पाठ करें।
3.राहु बीज मंत्र का जाप करें: “ॐ भ्रां भीं भ्रुं सः राहवे नमः”, 40 दिनों में 18000 बार।
4.कालभैरव अष्टकम का पाठ करें।
5.शनिवार के दिन उड़द की दाल या नारियल का दान करें।
6. शनिवार का व्रत करें।
7.भैरव या शिव या चंडी पूजा पूजा करें।
8.आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
9.राहु के लिए सबसे प्रभावी उपायों में से एक दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का पाठ है।