जीवन में बदलाव के लिए लोग तरह तरह के उपाय करते है। कभी सफलता मिलती है और कभी निराश होना पड़ता है।
Astrology : जीवन में बदलाव के लिए लोग तरह, तरह के उपाय करते है। कभी सफलता मिलती है और कभी निराश होना पड़ता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में किस्मत को चमकदार बनाने के लिए बहुत ही सरल उपाय बताये गए है। इन्हीं उपायों में से एक सरल उपाय खानपान की आदतों को लेकर बताया गया है। इसे फूड एस्ट्रोलॉजी कहते हैं। इसमें विशेष रूप से बताया गया है कि कुंडली में अशुभ फल देने वाले ग्रहों को किस तरह के खानपान से शुभ बनाया जा सकता है।आइये जानते हैं कि किस ग्रह से शुभ फल पाने के लिए अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए।
सूर्य : कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए जातक को अपने खानपान में गेहूं, आम, गुड़ को शामिल करना चाहिए।
चन्द्र ग्रह: चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए गन्ना, शक्कर, दूध और दूध से बनी मिठाइयां, आइसक्रीम आदि खाएं।
मंगल ग्रह: मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए डाइट में गुड़, मसूर की दाल, अनार, जौ और शहद का सेवन करें।
बुध ग्रह : बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार-उद्योग, आर्थिक स्थिति पर असर डालता है। यदि यह अशुभ फल दे तो मटर, जौ, कुल्फी, हरी दालें, मूंग, हरी सब्जियां खाने से बहुत जल्दी लाभ मिलने लगेगा।
गुरु ग्रह : गुरु ग्रह के अच्छे फल पाने के लिए चना, चना दाल, बेसन, मक्का, केला, हल्दी, सेंधा नमक, पीली दालें और फल खाएं।
शुक्र ग्रह: शुक्र ग्रह भौतिक सुख, सौंदर्य, ऐश्वर्य, खुशहाल दांपत्य का कारक होता है. इससे शुभ फल पाने के लिए त्रिफला, दालचीनी, कमलगट्टा, मिश्री, मूली और सफेद शलजम खाएं.
शनि ग्रह : शनि ग्रह के लिए तिल, उड़द, काली मिर्च, मूंगफली का तेल, अचार, लौंग, तेजपत्ता और काले नमक का सेवन बहुत फायदा पहुंचाता है।
राहु और केतु : राहु और केतु के बुरे असर से बचने के लिए उड़द, तिल और सरसों को अपनी डाइट में शामिल करें।