सर्दियों के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां कम कीमत पर आसानी उपलब्ध रहती है। ठंड के मौसम में आसानी से मिलने वाली पत्तेदार सब्जी बथुआ की काफी लोकप्रियता है।
Bathua Benefits : सर्दियों के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां कम कीमत पर आसानी उपलब्ध रहती है। ठंड के मौसम में आसानी से मिलने वाली पत्तेदार सब्जी बथुआ की काफी लोकप्रियता है। बथुआ में स्वाद और शक्ति दोनों का मिश्रण पाया जाता है। बथुआ की पत्तियों का लोग विभिन्न तरह के व्यंजन बना का उपयोग करते है। बथुआ का पराठा, सब्जी के अलावा इसका साग बहुत ही स्वादिष्ट बनता है। बथुआ का रायता तो लोग चटकारे लगाकर खाते हैं।अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो बथुआ का साग आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। यूरिक एसिड के रोगी इसे कई तरह से अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं।
विटामिन बी 1 से भरपूर होते हैं
बथुआ की पत्तियों विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जैसे नियासिन, राइबोफ्लेविन या विटामिन बी 2, थियामिन या विटामिन बी 1 से भरपूर होते हैं। यह ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड से भी भरपूर होता है। बथुआ के सेहत से संबंधित बहुत से फायदे हैं।
शरीर की शिथिलता मिटाता है
आयुर्वेदिक विद्वानों ने बथुआ को भूख बढ़ाने वाला पित्तशामक मल मूत्र को साफ और शुद्ध करने वाला माना है। बथुआ पाचन शक्ति बढ़ाने वाला, भोजन में रुचि बढ़ाने वाला पेट की कब्ज मिटाने वाला और स्वर (गले) को मधुर बनाने वाला है। बथुआ कैलोरी में बहुत कम है और अगर कोई अपना वजन नियंत्रण करना चाहता है तो इसका सेवन किया जा सकता है। शरीर की शिथिलता मिटाता है।