बिहार में आज से जाति आधारित सर्वे शुरू हो गया है। इस परियोजना में 500 करोड़ रुपये खर्च होगा। कहा जा रहा है कि सरकार इस काम को दो चरणों में पूरा करेगी। इस सर्वे में राज्य के सभी घरों की मतगढ़ना शुरू कर दिया जाएगा। पहला चरण 21 जनवरी तक पूरा किया जाएगाष। जबकि दूसरा चरण मार्च तक पूरा किया जाएगा। दूसरे चरण में मार्च से सभी जातियों, उप-जातियों और धर्मों के लोगों से संबंधित डेटा एकत्र किया जाएगा।
Bihar Caste Based Survey: बिहार में आज से जाति आधारित सर्वे शुरू हो गया है। इस परियोजना में 500 करोड़ रुपये खर्च होगा। कहा जा रहा है कि सरकार इस काम को दो चरणों में पूरा करेगी। इस सर्वे में राज्य के सभी घरों की मतगढ़ना शुरू कर दिया जाएगा। पहला चरण 21 जनवरी तक पूरा किया जाएगा। जबकि दूसरा चरण मार्च तक पूरा किया जाएगा। दूसरे चरण में मार्च से सभी जातियों, उप-जातियों और धर्मों के लोगों से संबंधित डेटा एकत्र किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस सर्वे को लेकर पटना के डीएम ने बताया कि आज जाति सर्वेक्षण शुरू किया है। पटना में कुल 20 लाख परिवार हैं, जिनकी गिनती पहले चरण में होगी।
बताया जा रहा है कि पंचायत से जिला स्तर तक आठ स्तरीय सर्वेक्षण के तहत एक मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से डेटा डिजिटल रूप से एकत्र किया जाएगा। ऐप में स्थान, जाति, परिवार में लोगों की संख्या, उनके पेशे और वार्षिक आय के बारे में प्रश्न होंगे।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह सर्वे हमें वैज्ञानिक आंकड़े देगा जिससे उसके अनुसार बजट और समाज कल्याण की योजनाएं बनाई जा सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा गरीब विरोधी है। वे नहीं चाहते कि ऐसा हो।