बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) के सुल्तानगंज में लगभग 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बना हुआ पुल हल्की आंधी—तूफान में ही गिर गया। इस पुल के गिरने के बाद राजनीति शुरू हो गयी है। विपक्षी पार्टियों ने इसको लेकर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इस पुल के गिरने से जनहानी नहीं हुई है लेकिन सरकारी खजाने पर बोझ जरूर पड़ा है।
पटना। बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) के सुल्तानगंज में लगभग 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बना हुआ पुल हल्की आंधी—तूफान में ही गिर गया। इस पुल के गिरने के बाद राजनीति शुरू हो गयी है। विपक्षी पार्टियों ने इसको लेकर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इस पुल के गिरने से जनहानी नहीं हुई है लेकिन सरकारी खजाने पर बोझ जरूर पड़ा है।
घटना पर सुल्तानगंज के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल (MLA Prof. Lalit Narayan Mandal) का कहना है की मुख्यमंत्री को सूचित कर दिया गया है। मामले की जांच होगी। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया है। विधायक का कहना है कि पुल बनाने के दौरान घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है और जमकर सरकारी धन की लूट हुई है।
इसी वजह से पुल का ढांचा मामूली आंधी भी नहीं झेल पाया और धाराशायी हो गया। विधायक का कहना है कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का निर्देश दिया था। वहीं, विधायक का कहना है कि पुल गिरने के मामले की जांच होगी और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।