बिहार की राजनीति में सावन का महीना बहुत ही खास है। पांच साल पहले ही आज जैसे ही स्थिति सावन के महीने में बनी थी। ये वैसा ही समय है जब नीतीश कुमार ने चुप्पी साधे हुए राष्ट्रीय जनता दल से अपना गठबंधन तोड़ लिया था। उस समय आरजेडी से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन कर सरकार बनाई थी।
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में सावन का महीना बहुत ही खास है। पांच साल पहले ही आज जैसे ही स्थिति सावन के महीने में बनी थी। ये वैसा ही समय है जब नीतीश कुमार ने चुप्पी साधे हुए राष्ट्रीय जनता दल से अपना गठबंधन तोड़ लिया था। उस समय आरजेडी से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन कर सरकार बनाई थी।
वहीं, अब पांच साल बाद सावन के महीने में कुछ उस तरह की स्थिति बिहार में बन गई है। बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और भाजपा का गठबंधन टूट गया है। वहीं, अब नीतीश कुमार आरजेडी के साथ एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे हैं। बता दें कि, 2017 में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे और सहयोगी दल आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे।
लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव सरकार में उप मुख्यमंत्री थे। बड़े बेटे तेजप्रताप यादव कैबिनेट मंत्री थे। फिर सावन का महीना आया तो और नीतीश कुमार ने आरजेडी से नाता तोड़ा और बीजेपी संग नाता जोड़ा था।
2013 में भी किया था कुछ ऐसा ही
2013 में भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे। तब सरकार चलाने के लिए वे भाजपा के सहयोग पर निर्भर थे। गठबंधन में चल रही भाजपा सरकार से उनका मोहभंग हुआ और उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ आरजेडी से गठबंधन कर लिया।