राहुल गांधी ने कहा, देश में सामाजिक न्याय एक अहम मुद्दा है। आजकल आरक्षण में 50 प्रतिशत का लिमिट लगा रखा है। देश में करीब 8 प्रतिशत आदिवासी, 15 प्रतिशत दलित, 50 प्रतिशत ओबीसी वर्ग के लोग हैं, तो कुल मिलाकर ये आबादी 73 प्रतिशत के लगभग हुई। ऐसे में आरक्षण पर 50 प्रतिशत का लिमिट क्यों हैं? इसलिए हमें जातिगत जनगणना करनी होगी।
नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी है। झारखंड में राहुल गांधी ने कहा कि, झारखंड की जनता ने मुझे बताया कि विकास और सड़क के नाम पर आदिवासियों से जमीनें छीनी जा रही हैं। हम दो कानून लाए थे-पेसा कानून और जमीन अधिग्रहण कानून। जमीन अधिग्रहण कानून में साफ लिखा है कि ग्राम सभा से पूछे बिना आपकी जमीन नहीं ली जा सकती और अगर जमीन ली जाएगी तो बाजार भाव से 4 गुना पैसा ज्यादा दिया जाएगा। वहीं अगर 5 साल तक उस जमीन का उपयोग नहीं किया गया तो वह जमीन वापस कर दी जाएगी। झारखंड की पिछली सरकार ने लाखों एकड़ जमीन ली थी, लेकिन उसका कोई प्रयोग नहीं किया। अब 5 साल हो गए हैं, इसलिए अब वह जमीन आदिवासियों को वापस मिलनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा, देश में सामाजिक न्याय एक अहम मुद्दा है। आजकल आरक्षण में 50 प्रतिशत का लिमिट लगा रखा है। देश में करीब 8 प्रतिशत आदिवासी, 15 प्रतिशत दलित, 50 प्रतिशत ओबीसी वर्ग के लोग हैं, तो कुल मिलाकर ये आबादी 73 प्रतिशत के लगभग हुई। ऐसे में आरक्षण पर 50 प्रतिशत का लिमिट क्यों हैं? इसलिए हमें जातिगत जनगणना करनी होगी।
उन्होंने कहा कि, देश के हर प्रदेश में आदिवासी, पिछड़े और गरीब लोगों की जमीनें छीनकर अडानी जी को दी जा रही है। इस तरह पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों की जमीनें उनके पास से निकलकर सीधा पूंजीपतियों के हाथ में जा रही है। इसलिए ये पता लगाना बेहद जरुरी है कि देश का धन किसके.किसके हाथ में है।
उन्होंने कहा कि, बीजेपी नहीं चाहती कि देश के आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों और गरीबों को उनका हक मिले। बीजेपी चाहती है कि देश का पूरा धन उनके चुनिंदा अरबपतियों को दिया जाए। लेकिन जितना धन उन अरबपतियों के पास जाएगा, देश में उतना कम रोजगार पैदा होगा, क्योंकि वे चीन से माल खरीदेंगे और आपको बेचेंगे। अगर सही मायनों में छोटे उद्योगों की मदद की जाए तो झारखंड में सभी को रोजगार मिलेगा। राहुल गांधी ने कहा, मैं चाहता हूं कि 7.8 साल बाद जो कपड़े आप पहनते हैंए उसकी फैक्ट्री इस गांव में हो।और जब आप अपने शर्ट के पीछे देखें तो उसपर लिखा हो “मेड इन झारखंड”।