तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमा पर बीते सात महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान तीनों कृषि कानूनों को खत्म कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच कई बार इसको लेकर बातचीत हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला।
नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमा पर बीते सात महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान तीनों कृषि कानूनों को खत्म कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच कई बार इसको लेकर बातचीत हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला।
लिहाजा, किसानों का आंदोलन अभी तक जारी है। इस बीच किसानों ने 22 जुलाई को संसद घेराव का आह्वान किया हुआ है। किसानों के इस आह्वान के बाद दिल्ली पुलिस की चिंता बढ़ गयी है। वे इसको लेकर किसानों के साथ बैठक कर उन्हें मनाने का प्रयास करने में जुट गए हैं।
दिल्ली पुलिस इस बैठक के जरिए किसानों को संसद के घेराव नहीं करने के लिए मनाने की कोशिश करेगी। वहीं, इस बैठक से पहले किसान नेता राकेश टिकैत नेक हा कि मीटिंग में केवल उन रूटों के बारे मेें चर्चा होगी, जिससे प्रदर्शनकारी जा सकें।
बता दें कि, कृषि कानूनों को लेकर बीते 26 जनवरी को उपद्रवियों ने दिल्ली में जमकर तांडव किया था। इस दौरान उपद्रवियों ने लाल किला पर पहुंचकर अपना झंडा लहराया था। इसको लेकर किसान आंदोलन पर कई तरह के सवाल उठे थे। हालांकि, किसान नेताओं ने इसके पीछे बड़ी साजिश बताई थी।