Tongue cleaning: दांतो के साथ साथ जीभ की सफाई भी बहुत जरुरी होती है।अधिकतर लोग रात में सोने से पहले और सुबह उछने के बाद दिन में दो बार ब्रश करते हैं। वहीं जीभ की बात आती है तो इसे एक बार ही साफ करते है कुछ लोग तो जीभ की जरा भी सफाई नहीं करते है। ओऱल हेल्थ के लिए दांतों की सफाई के साथ साथ जीभ साफ रखना भी बेहद जरुरी होता है। गंदी जीभ केवल ओरल हाइजीन ही नहीं बल्कि और भी दूसरी बीमारियां हो सकती है।
पढ़ें :- Lucknow News : माउंट फोर्ट इंटर कॉलेज में कक्षा 6 के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत!
गंदी जीभ होने पर मुंह देखने से ही पता चल जाता है। जैसे कि मुंह में छाले हैं और जीभ सफेद सी नजर आ रही है या काली दिख रही है। अगर जीभ बहुत ही ज्यादा मुलायम है तो भी न्यूट्रिशन की कमी होती है। जीभ अगर गंदी दिख रही है और उसमे दरारे पड़ी हैं तो ये गंदी जीभ का संकेत है।
गंदी जीभ और बीमारियों की वजह से होने वाली गंदगी दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इसलिए इस तरह की बीमारियों का असर जीभ पर दिखता है। डाइजेशन खराब होने पर जीभ काली या सफेद दिखती है।मुंह से बदबू आने की वजह भी गंदी जीभ हो सकती है।किडनी की खराबी होने पर भी जीभ गंदी होती है।डायबिटीज जब कंट्रोल के बाहर हो जाए तो जीभ गंदी दिखती है।
जीभ को रोजाना साफ करने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है टंग क्लीनर, जिसे आमतौर पर लोग जीभी भी कहते हैं। वैसे तो मार्केट में प्लास्टिक से लेकर स्टील की जीभी मिल जाती है। लेकिन अगर आप तांबे का टंग क्लीनर इस्तेमाल करते हैं तो जीभ की सफाई गहराई से हो जाती है। साथ ही सेहत पर इसका पॉजिटिव इफेक्ट होता है।