HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. कांग्रेस नेता का पीएम मोदी पर निशाना, कहा-वह सबसे बड़े जुमलों में से एक-PM रोज़गार मेला लेकर आए हैं

कांग्रेस नेता का पीएम मोदी पर निशाना, कहा-वह सबसे बड़े जुमलों में से एक-PM रोज़गार मेला लेकर आए हैं

जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने ट्वीट कर​ लिखा कि, हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में फेल होने के बाद। नोटबंदी, गलत ढंग से डिज़ाइन की गई GST और बिना किसी तैयारी के अचानक लॉकडाउन से MSME सेक्टर को बर्बाद करने के बाद। 9 वर्षों से अधिक समय तक युवाओं की आशा और आकांक्षा को धोखा देने के बाद, प्रधानमंत्री चुनावी वर्ष में असहज स्थिति में है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री अपनी बिगड़ती छवि को बचाने के लिए, वह सबसे बड़े जुमलों में से एक-PM रोज़गार मेला लेकर आए हैं। प्रधानमंत्री रोज़गार मेला सिर्फ़ एक नौटंकी है। इसके साथ ही उन्होने नोटबंदी, जीएसटी समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा है।

पढ़ें :- PM Modi Kuwait visit: PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च सम्मान, 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से हुए सम्मानित

जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने ट्वीट कर​ लिखा कि, हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में फेल होने के बाद। नोटबंदी, गलत ढंग से डिज़ाइन की गई GST और बिना किसी तैयारी के अचानक लॉकडाउन से MSME सेक्टर को बर्बाद करने के बाद। 9 वर्षों से अधिक समय तक युवाओं की आशा और आकांक्षा को धोखा देने के बाद, प्रधानमंत्री चुनावी वर्ष में असहज स्थिति में है। अपनी बिगड़ती छवि को बचाने के लिए, वह सबसे बड़े जुमलों में से एक-PM रोज़गार मेला लेकर आए हैं।

इसके साथ ही कहा, रोज़गार मेलों में जो नौकरियां मिल रही हैं, वो पहले से ही स्वीकृत पदों पर मिल रही हैं, जिन्हें प्रशासनिक या वित्तीय कारणों से वर्षों से नहीं भरा गया था। बहुत बड़ी संख्या में प्रमोशन के मामलों में भी प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि, इन मेलों के माध्यम से जो हो रहा है, वो शासन का व्यक्तिगत इस्तेमाल है। ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे ये रूटीन नौकरियां प्रधानमंत्री की वजह से मिल रही हैं। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है।

कांग्रेस नेता ने कहा, रोजगार सृजन आर्थिक विकास से होता है, जिसके लिए भरपूर निवेश की आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री रोज़गार मेला सिर्फ़ एक नौटंकी है। ये असीम और अद्वितीय अहंकार, घमंड, आत्म-मुग्धता के साथ-साथ बेरोज़गारी की गंभीर स्थिति के लिए ज़िम्मेदारी स्वीकार करने से इंकार करने का एक और प्रमाण है।

 

पढ़ें :- इतिहास गवाह है कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर जी के विचारों का विरोध किया: केशव मौर्य

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...