बुधवार को विपक्षी दल यानी INDIA गठबंधन के 31 सदस्य राष्ट्रपति से मिलने के लिए पहुंचे हैं और उन्हें एक मेमोरेंडम भी सौंपा है। कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, INDIA गठबंधन के डेलिगेशन ने मणिपुर में जो देखा, उसे राष्ट्रपति महोदया के सामने रखा।
नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) पर निशाना साध रहे हैं। संसद में भी इस मुद्दे को लेकर हंगामा जारी है। बुधवार को विपक्षी दल यानी INDIA गठबंधन के 31 सदस्य राष्ट्रपति से मिलने के लिए पहुंचे हैं और उन्हें एक मेमोरेंडम भी सौंपा है। कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि, INDIA गठबंधन के डेलिगेशन ने मणिपुर में जो देखा, उसे राष्ट्रपति महोदया के सामने रखा। हमने उन्हें बताया कि राहत शिविरों में लोगों को समय पर राशन और दवा भी नहीं मिल पा रही है। मणिपुर को लेकर हमने राष्ट्रपति महोदया को एक मेमोरेंडम भी सौंपा है। उन्होंने हमें मेमोरेंडम के बारे में सोचने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि, सरकार हमें सदन में बोलने नहीं दे रही है। मेरे माइक को तुरंत बंद कर दिया जाता है। ये सरकार न संविधान को बचाना चाहती है और न ही संविधान के उसूलों पर चलना चाहती है। इसलिए हम एक होकर मजबूती के साथ लड़ेंगे।
मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि, हमारे साथियों ने बताया कि मणिपुर हिंसा में हजारों की संख्या में अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है। मणिपुर में दो समुदायों के बीच जारी लड़ाई को शांत करने के लिए प्रधानमंत्री को वहां जाना चाहिए। पहले भी कई बार सदन में नियम 267 के तहत अनुमति दी गई है, लेकिन ये सरकार बात सुनने को तैयार ही नहीं है। हमने मणिपुर के साथ हरियाणा में जारी हिंसा की बात भी राष्ट्रपति महोदया के सामने रखी है।