नई दिल्ली। टूलकिट मामले को लेकर देश में सियासत भी शुरू हो गयी है। दिशा रवि की गिरफ्तारी का विपक्ष विरोध कर रहा है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने इसको लेकर सरकार को घेरा है। उधर, दिल्ली पुलिस ने इसको लेकर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि निकिता, दिशा और शांतनु ने मिलकर टूलकिट तैयार की थी। इस टूलकिट को पूरी सुनियोजित तरीके से बनाया गया था, जिसमें बताया गया था किसानों केा किस तरह से समर्थन देना है।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि टूलकिट को विश्वस्तर पर फैलाने साजिश थी। इसके साथ ही इसमें टूलकिट में गलत जानकारियां दी गईं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस गूगल डॉक्युमेंट को शांतनु की ओर से बनाई गई ईमेल आईडी के जरिए तैयार किया गया था। वहीं, 11 फरवरी को दिल्ली पुलिस की टीम ने निकिता जैकब के मुंबई स्थित घर की तलाशी ली थी। इसके बाद यह जानकारी सामने आई है। जैकब के सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जांच की गई थी।
वहीं, दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद निकिता जैकब गायब चल रही हैं और गिरफ्तारी पर रोक के लिए उन्होंने शीर्ष अदालत का रुख किया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि चार फरवरी को इस टूलकिट को बनाया गया था।
इस टूलकिट के जरिए भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। साइबर सेल के ज्वाइंट सीपी प्रेमनाथ ने बताया कि टूलकिट के कई स्क्रीनशॉट खुले प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं और उनकी जांच की जा रही है। जब जांच में पर्याप्त सबूत जुटा लिए गए तब टूलकिट की एडिटर निकिता जैकब के खिलाफ कोर्ट से 9 फरवरी को उनके खिलाफ तलाशी वारंट हासिल किया गया।