सऊदी अरब अब धीरे-धीरे महिला सशक्तिकरण की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है। पिछले कुछ अरसे में सऊदी हुकूमत ने महिलाओं की आजादी को लेकर दुनिया के सामने मुल्क की नई तस्वीर पेश की है।
नई दिल्ली: सऊदी अरब अब धीरे-धीरे महिला सशक्तिकरण की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है। पिछले कुछ अरसे में सऊदी हुकूमत ने महिलाओं की आजादी को लेकर दुनिया के सामने मुल्क की नई तस्वीर पेश की है। महिलाओं की आजादी को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं। इन्हीं बड़े फैसलों की तरह एक यह भी है कि सऊदी अरब ने पाक शहर मक्का और मदीना में हज यात्रा के दौरान कई महिला सैनिकों को तैयान किया था। इन महिला सैनिकों का काम यात्रा के दौरान सुरक्षा निगरानी करना हैंं।
डॉयचे वेले की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी महिला सैनिकों को मक्का में स्थित ‘मस्जिद अल हरम’ या ग्रैंड मॉस्क में पहरा देते हुए देखा गया। इस दौरान उन्होंने फौज की खाकी वर्दी पहनी हुई थी। साथ ही एक लंबी जैकेट, ढीली पतलून और बालों को ढकने वाले कपड़े के ऊपर एक काले रंग की बेरी पहनी हुई थी।सऊदी अरब द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर ट्विटर पर उसकी जमकर तारीफ की गई। बहुत से लोगों ने इसे महिला सशक्तिकरण की ओर उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इससे पहले तक हर साल हज यात्रा के लिए 25 लाख मुस्लिम दुनिया के अलग-अलग देशों से मक्का का रुख करते थे। हालांकि, अब कोरोना के चलते हज यात्रा काफी बदल चुकी है। इस साल सऊदी अरब के 60 हजार वैक्सीनेटेड नागरिकों या निवासियों को कोरोना के प्रसार के बीच हज यात्रा की अनुमति दी गई।