विजयादशमी का पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसे दशहरा भी कहा जाता है। शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन इस महापर्व को मनाया जाता है।
Dussehra 2023 : विजयादशमी का पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसे दशहरा भी कहा जाता है। शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन इस महापर्व को मनाया जाता है। घरों में स्थापित कलश को भी इसी दिन विसर्जित किया जाता है। इस साल शनि महाराज, भगवान सूर्य और चंदा मामा भी आपकी जिंदगी में खुशियों की लहर लेकर आ सकते हैं। इन राशि वाले लोगों के लिए शुभ संकेत हैं।
इस साल विजयदशमी के दिन 30 सालों बाद खास तरह का महासंयोग बन रहा है. सबसे पहले तो शनि अपने मूल त्रिकोण राशि कुंभ में है, जिससे शश नाम का राजयोग बन रहा है। दूसरी तरफ सूर्य और बुध तुला राशि में हैं जिससे बुधादित्य योग बन रहा है। साथ ही चंद्रमा और शुक्र एक-दूसरे के ठीक सामने है जिससे धन योग बन रहा है।
परंपरा के अनुसार, क्षत्रिय, योद्धा एवं सैनिक इस दिन अपने अस्त्र शस्त्र की पूजा करते हैं। यह पूजा आयुध/शस्त्र पूजा के रूप में भी जानी जाती है। वे इस दिन शमी पूजन बहुत फलदायी माना जाता है। ब्राह्मण इस दिन माँ सरस्वती की पूजा करते हैं। वैश्य अपने बही खाते की आराधना करते हैं।
इन राशियों के लिए हैं शुभ संकेत
कर्क राशि
आपके धन में वृद्धि होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र में भी आपको सफलता मिल सकती हैं।
वृषभ राशि
पुराने रुके हुए धन की प्राप्ति होने की भी संभावना है।
मकर राशि
आपको नौकरी में बदलाव करने का बेहतर ऑप्शन मिल सकता है। पुराना रुका हुआ धन प्राप्त होगा।
कर्क राशि
आपके धन में वृद्धि होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र में भी आपको सफलता मिल सकती हैं।
वृषभ राशि
पुराने रुके हुए धन की प्राप्ति होने की भी संभावना है।
मकर राशि
आपको नौकरी में बदलाव करने का बेहतर ऑप्शन मिल सकता है। पुराना रुका हुआ धन प्राप्त होगा।