देश में कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है। इसी कड़ी में का गुरुवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली के जंतर-मंतर पर करीब 200 किसान प्रदर्शन करने लिए रवाना हुए है। ये किसान संसद की तरह होगा। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बसों में भरकर किसानों का जंतर-मंतर पहुंचना जारी है।
नई दिल्ली। देश में कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है। इसी कड़ी में का गुरुवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली के जंतर-मंतर पर करीब 200 किसान प्रदर्शन करने लिए रवाना हुए है। ये किसान संसद की तरह होगा। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बसों में भरकर किसानों का जंतर-मंतर पहुंचना जारी है।
किसान आंदोलन में शामिल योगेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस द्वारा एक बार फिर बसों की चेकिंग की जा रही है, जिसकी वजह से किसानों को जंतर-मंतर पहुंचने में देरी हुई है। किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली पुलिस और सरकार बार-बार अपने वादे से मुकर रही है। किसानों को रास्ते में परेशान कर रही है.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए बढ़ाई गई सुरक्षा
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के टिकरी, सिंघु, गाजीपुर बॉर्डर और जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही अलग-अलग इलाकों से किसानों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। किसानों का बड़ा जत्था बसों से जंतर मंतर पहुंच रहा है। किसान यहां पर सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक संसद लगा पाएंगे।
राकेश टिकैत ,बोले- जब तक संसद चलेगी, तब तक यहीं रहेंगे
किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से सिंघु बॉर्डर रवाना होते कहा कि बसों से सबसे पहले सिंघु बॉर्डर जाया जाएगा। टिकैत ने कहा कि हमारा संघर्ष पिछले आठ महीने से चल रहा है। हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बातों को सरकार के सामने रखना चाहते हैं। किसान नेता ने कहा कि जब तक संसद का सत्र चलेगा, हम लोग जंतर-मंतर पर ही अपनी किसान संसद चलाएंगे।
किसान नेता प्रेम सिंह भांगू का कहा कि हमारा अगला लक्ष्य यूपी है। इस अभियान की पांच सितंबर से शुरुआत होगी, हम बीजेपी को अलग-थलग करना चाहते हैं। तीनों कृषि कानूनों को वापस करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।