ब्रज में कान्हा की मुरली के दीवाने सभी लोग थे। बचपन में कान्हा अपनी मुरली की धुन पर गोपियों को झूमने नाचने के लिए मजबूर कर देते थे।
Flutes in Feng Shui: ब्रज में कान्हा की मुरली के दीवाने सभी लोग थे। बचपन में कान्हा अपनी मुरली की धुन पर गोपियों को झूमने नाचने के लिए मजबूर कर देते थे। बांसुरी सदियों पुराना संगीत का यंत्र है। फेंग शुई में बांस की बांसुरी का उपयोग करने का तरीका बताया है।बांस की बांसुरी का उपयोग करने के लिए पूर्व, दक्षिण पूर्व और दक्षिण दिशा आदर्श क्षेत्र हैं होती है। फेंगशुई अनुप्रयोगों में इन क्षेत्रों पर लकड़ी के तत्व का शासन होता है।
बाँस की बांसुरी घर की नकारात्मकता दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। बांस एक मजबूत और मजबूत पौधा है। यह शांति का भी प्रतिनिधित्व करता है। जब बांसुरी को हाथ में लेकर सिर्फ हिलाया जाता है तो बुरी आत्माएं या नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती हैं।फेंग शुई में ची के भौतिक प्रतीक के रूप में माना जाता है। यह आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए लिए एक सफल उपाय है, इसे आजमाकर देखें।
1. अगर आप चाहते हैं कि आपके रिश्तों में मिठास और ताजगी हमेशा बनी रहे तो यह उपाय अवश्य आजमाएं। घर में जहां देवता का स्थान या पूजा स्थल पर एक सुंदर-सी बांसुरी लाकर रखें।
2. जिस घर के पूजा स्थल में बांसुरी रखी होती है वहां के परिवार के लोगों में परस्पर प्यार और सद्भाव तो बना रहता है साथ ही श्री कृष्ण की कृपा से सभी दु:ख खुशियों में बदलने लगते हैं।
3.घर में बांस की हुई बांसुरी ही रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार बांसुरी से घर के वातावरण में मौजूद समस्त नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है।